प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए
दूसरे चरण की काउंसलिंग 22 से 26 सितंबर तक चलेगी। इस बार काउंसलिंग में 10
गुना अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में इस पर सहमति बन गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक को निर्देश दिया गया है कि वे एनआईसी के अधिकारियों को शनिवार तक पूरा विवरण उपलब्ध करा दें।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर हो रही है। टीईटी मेरिट पर होने वाली इस भर्ती के लिए 69 लाख आवेदन आए हैं।
पहले चरण की काउंसलिंग मात्र तीन दिन 29, 30 व 31 अगस्त को कराई गई। इसमें केवल सात फीसदी अभ्यर्थी ही पहुंचे। इसलिए दूसरे चरण में 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने का निर्णय किया गया है।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में इस पर सहमति बन गई है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक को निर्देश दिया गया है कि वे एनआईसी के अधिकारियों को शनिवार तक पूरा विवरण उपलब्ध करा दें।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर हो रही है। टीईटी मेरिट पर होने वाली इस भर्ती के लिए 69 लाख आवेदन आए हैं।
पहले चरण की काउंसलिंग मात्र तीन दिन 29, 30 व 31 अगस्त को कराई गई। इसमें केवल सात फीसदी अभ्यर्थी ही पहुंचे। इसलिए दूसरे चरण में 10 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने का निर्णय किया गया है।
पांच दिनों तक चलेगी काउंसलिंग
सचिव बेसिक शिक्षा ने बताया कि दूसरे चरण की काउंसलिंग पांच दिनों तक
लगातार चलेगी। इसके लिए एससीईआरटी� एनआईसी को 12 सितंबर तक जिलेवार ब्यौरा
उपलब्ध करा देगा। इसके बाद एनआईसी 16 सितंबर तक इसकी गल्तियां ठीक करेगा।
पहले चरण में गल्तियां अधिक होने से तमाम अभ्यर्थियों को काउंसलिंग में शामिल नहीं किया गया। एनआईसी गल्तियां ठीक करने के बाद 17 या 18 सितंबर को जिलेवार मेरिट तय कर अभ्यर्थियों का ब्यौरा डायटों को उपलब्ध करा देगा। जिलों को मेरिट मिलते ही इसे ऑनलाइन करने के साथ काउंसलिंग शुरू कर दी जाएगी।
पहले चरण में गल्तियां अधिक होने से तमाम अभ्यर्थियों को काउंसलिंग में शामिल नहीं किया गया। एनआईसी गल्तियां ठीक करने के बाद 17 या 18 सितंबर को जिलेवार मेरिट तय कर अभ्यर्थियों का ब्यौरा डायटों को उपलब्ध करा देगा। जिलों को मेरिट मिलते ही इसे ऑनलाइन करने के साथ काउंसलिंग शुरू कर दी जाएगी।
45 फीसदी वालों पर निर्णय को समिति
स्नातक में 45
फीसदी अंक पाने वालों को काउंसलिंग के लिए पात्र मानने के लिए सचिव बेसिक
शिक्षा परिषद संजय सिन्हा की अध्यक्षता में समिति बना दी गई है। समिति
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए सितंबर 2011 में जारी शासनादेश का
परीक्षण करेगी।
शासनादेश में यदि 45 फीसदी अंक वालों को शामिल करने का प्रावधान किया गया है तो उन्हें काउंसलिंग में शामिल होने का मौका देने पर विचार हो सकता है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद जल्द ही इस पर निर्णय करते हुए इसकी जानकारी शासन को देंगे।
शासनादेश में यदि 45 फीसदी अंक वालों को शामिल करने का प्रावधान किया गया है तो उन्हें काउंसलिंग में शामिल होने का मौका देने पर विचार हो सकता है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद जल्द ही इस पर निर्णय करते हुए इसकी जानकारी शासन को देंगे।
डायटों पर बनेंगे सहायता केंद्र
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर अभ्यर्थियों की सुविधा
के लिए सहायता केंद्र बनाया जाएगा। काउंसलिंग में शामिल होने के लिए आने
वालों को यदि किसी तरह की कोई परेशानी होती है या फिर उन्हें कुछ
पूछना-समझना है तो वे सहायता केंद्र पर बैठे अधिकारियों की मदद ले सकेंगे।
अधिकारी अभ्यर्थियों की समस्या दूर करने के साथ ही यह बताएंगे कि उनकी काउंसलिंग कैसे होगी।
इसके अलावा, भर्ती होने वाले 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन माह का सैद्धांतिक और तीन माह का क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
अधिकारी अभ्यर्थियों की समस्या दूर करने के साथ ही यह बताएंगे कि उनकी काउंसलिंग कैसे होगी।
इसके अलावा, भर्ती होने वाले 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन माह का सैद्धांतिक और तीन माह का क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मेरिट को लेकर थी बड़ी दिक्कत
अधिकतर अभ्यर्थियों की शिकायत थी कि शासनादेश में स्पष्ट निर्देश के
बाद भी स्नातक से 45 फीसदी अंक पाने वालों को पहली काउंसलिंग में शामिल
नहीं किया गया।
इसके अलावा दूरस्थ शिक्षा से बीएड करने वालों को भी इसी तरह बाहर कर दिया गया। अभ्यर्थियों ने मांग की थी कि दूसरे चरण की काउंसलिंग में इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किया जाए ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े।
जिसके जवाब में एससीईआरटी के निदेशक ने कहा था कि अभ्यर्थियों की शिकायतें सुनी गई हैं और सचिव बेसिक शिक्षा को इसकी जानकारी दी जाएगी।
इसके अलावा दूरस्थ शिक्षा से बीएड करने वालों को भी इसी तरह बाहर कर दिया गया। अभ्यर्थियों ने मांग की थी कि दूसरे चरण की काउंसलिंग में इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किया जाए ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े।
जिसके जवाब में एससीईआरटी के निदेशक ने कहा था कि अभ्यर्थियों की शिकायतें सुनी गई हैं और सचिव बेसिक शिक्षा को इसकी जानकारी दी जाएगी।
News Source- Amar Ujala
0 comments:
Post a Comment