08 June, 2015

टीजीटी-पीजीटी परीक्षाओं में संशोधन के पेंच

  • टीजीटी-पीजीटी परीक्षाओं में संशोधन के पेंच
  • दोबारा आई आपत्तियों पर असमंजस में चयन बोर्ड
  • इतिहास की पुनर्परीक्षा के बाद परिणाम घोषित होने की संभावना
 सात हजार से अधिक पदों के लिए हुई प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) और परास्नातक शिक्षक (पीजीटी) परीक्षा में आंसर की को लेकर विवाद अभी बरकरार है। अभ्यर्थियों ने संशोधित ‘आंसर-की’ में भी कई आपत्तियां उठाई हैं जिस पर बोर्ड में असमंजस की स्थिति है। यही वजह है कि दोबारा आई आपत्तियों पर विचार का काम अभी शुरू नहीं हो सका है। बोर्ड का फिलहाल पूरा ध्यान 21 जून को होने वाली पीजीटी की इतिहास विषय की पुनर्परीक्षा पर है। 1उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों के रिक्त पद भरने के लिए जनवरी-फरवरी में टीजीटी-पीजीटी परीक्षा कराई थी। कई चरणों में हुई इस परीक्षा की ‘आंसर-की’ जारी होने पर कई विषयों के सवालों पर अभ्यर्थियों ने आपत्तियां उठाई थीं। हाल यह हुआ कि बोर्ड में आपत्तियों की भरमार लग गई। पीजीटी परीक्षा में तो बोर्ड को और शर्मसार होना पड़ा और इतिहास विषय में अधिकांश सवाल अर्थशास्त्र के पूछ लिए गए। अंतत: यह परीक्षा रद करनी पड़ी थी। आपत्तियों की भारी संख्या को देखते हुए ही तत्कालीन अध्यक्ष डा. परशुराम पाल के समय में परीक्षा की संशोधित ‘आंसर-की’ नहीं जारी की जा सकी थी। बाद में कार्यवाहक के रूप में अध्यक्ष का पदभार संभालने पर डा. अनीता यादव ने इसमें तेजी दिखाई व टीजीटी-पीजीटी दोनों में ही दो-तीन विषयों को छोड़कर सबकी संशोधित ‘आंसर-की’ जारी कर दी गई। हालांकि इसके बाद भी विवाद समाप्त नहीं हुए और अभ्यर्थियों की आपत्तियां जारी हैं। बोर्ड के सूत्रों का कहना है कि आपत्तियों पर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की सलाह ली गई है। इसलिए इसमें उलटफेर की गुंजाइश कम ही है। इस बात की पूरी संभावना है कि इतिहास विषय की पुनर्परीक्षा होने के बाद परिणामों की घोषणा कर दी जाए।
Screw of amending in TGT PGT examination
News Source-Dainik Jagran 

टीजीटी-पीजीटी परीक्षाओं में संशोधन के पेंच Rating: 4.5 Diposkan Oleh: latestuptetnews

0 comments: