परिषदीय स्कूलों में तैनात प्रशिक्षु शिक्षकों को
मौलिक नियुक्ति के लिए अभी कुछ इंतजार करना पड़ सकता है। प्रशिक्षण की अवधि
और परीक्षा आदि का सारा कार्य पूर्ण हो चुका है, लेकिन अफसरों के बीच
रिपोर्ट के आदान-प्रदान का सिलसिला अभी बाकी है। यह पूरा होने के बाद ही
प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, तब तक उन्हें मानदेय मिलेगा या वेतन इस पर सब मौन
साधे हैं। हालांकि प्रशिक्षुओं ने अफसरों से मिलकर उनका ध्यान इस ओर खींचा
था। 1बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 72825 शिक्षकों की
नियुक्ति के तहत तैनात हुए प्रशिक्षु शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति का प्रकरण
अधर में अटका है। तैनाती पाने वाले करीब 58 हजार प्रशिक्षु शिक्षकों को
तीन महीने क्रियात्मक प्रशिक्षण विद्यालय में एवं तीन महीने सैद्धांतिक
प्रशिक्षण बीआरसी में दिया गया।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बीते 24 एवं 25 अगस्त को प्रदेश भर में इम्तिहान कराया। इसमें 43 हजार से अधिक प्रशिक्षुओं ने भाग लिया था। कुछ दिन पहले इसका परिणाम भी जारी हो गया है। जिन अभ्यर्थियों को जनवरी में ही तैनाती मिल गई थी उनके प्रशिक्षण को छह की जगह आठ महीना हो रहा है। ऐसे में सभी मौलिक नियुक्ति की मांग जल्द कराने की मांग कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को 7300 रुपए मानदेय दिया जा रहा था वह भी कई को नहीं मिल सका है। प्रशिक्षण पूरा होने एवं परीक्षा हो जाने के बाद यह सवाल खड़ा था कि अब इन्हें मानदेय मिलेगा या नहीं और स्कूल में पढ़ाएं या नहीं।
प्रशिक्षण पूरा होने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बीते 24 एवं 25 अगस्त को प्रदेश भर में इम्तिहान कराया। इसमें 43 हजार से अधिक प्रशिक्षुओं ने भाग लिया था। कुछ दिन पहले इसका परिणाम भी जारी हो गया है। जिन अभ्यर्थियों को जनवरी में ही तैनाती मिल गई थी उनके प्रशिक्षण को छह की जगह आठ महीना हो रहा है। ऐसे में सभी मौलिक नियुक्ति की मांग जल्द कराने की मांग कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को 7300 रुपए मानदेय दिया जा रहा था वह भी कई को नहीं मिल सका है। प्रशिक्षण पूरा होने एवं परीक्षा हो जाने के बाद यह सवाल खड़ा था कि अब इन्हें मानदेय मिलेगा या नहीं और स्कूल में पढ़ाएं या नहीं।
News Source-Dainik Jagran
0 comments:
Post a Comment