20 December, 2016

टीईटी का पेपर कठिन आने से परीक्षार्थियों के माथे पर पसीना

मातृ व देव भाषा के प्रश्न कठिन :  टीईटी 16 की प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक की परीक्षा में कुल 150-150 सवाल थे। 30-30 प्रश्न अलग-अलग विषयों मनोविज्ञान, गणित, भाषा (अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत में से कोई एक) पर्यावरण अध्ययन, सामान्य अध्ययन के थे। इसमें से हंिदूी एवं संस्कृत के सवाल काफी कठिन थे। वहीं, अन्य विषयों के सवाल स्तरीय थे। मौजूदा देश व प्रदेश के घटनाक्रम से जुड़े सवाल नहीं थे।

टीईटी का पेपर कठिन आने से परीक्षार्थियों के माथे पर पसीना आ रहा था। बाल विकास के प्रश्नों को देखकर परीक्षार्थी परेशान नजर आए। सोमवार को सेंट एंथोनी गल्र्स इंटर कालेज से परीक्षा देकर निकले परीक्षार्थी प्रश्नों और उनके उत्तर पर मंथन करते रहे। एक दूसरे से उनके द्वारा लिखे गए उत्तरों से मिलान करते रहे। परीक्षार्थियों ने बताया कि बाल विकास में कई कठिन प्रश्न आए। यहां तक कि किस सिद्धांत को किसने प्रतिपादित किया, यह तक पूछ लिया गया था। इससे अधिकांश उत्तर गलत हो गए। वहीं, जीएस में भी मिलते जुलते प्रश्न पूछे जाने से परीक्षार्थियों को हल करने में परेशानी हुई। परीक्षार्थियों ने बताया कि शिक्षा को द्विध्रुवीय किसने कहा है? रेशम कीट की किस अवस्था से रेशम प्राप्त होता है, ऐसे प्रश्नों के उत्तर खोजने में परेशानी हुई।
News Source Dainik Jagran

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