शिक्षामित्रों ने कई मुद्दों पर बनायी रणनीति
सोनभद्र : यूपी दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने रविवार को दुद्धी तहसील के क्रिकेट मैदान में संगठन को क्रियाशील करने के लिए बैठक की गई। इस दौरान शिक्षामित्रों के हितों की विस्तार से चर्चा की गई। वहीं बभनी, म्योरपुर व दुद्धी के ब्लाक कमेटी का गठन आगामी बैठक में करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही लखनऊ जाने के लिए रणनीति बनाने, समान कार्य का समान वेतन लागू कराने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में जिलाध्यक्ष मुरारे नाथ कुशवाहा, दिनेश केशरी, रामेश्वर सोनी, बाल किशुन, सावित्री यादव, प्रीति श्रीवास्तव, सरिता मौर्य, अर्चना पांडेय, विनोद कुमार, सरिता कुशवाहा सहित कई संगठन से जुड़े कई पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे
अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को बनाएं सहायक अध्यापक
गोंडा: प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों ने रविवार को गांधी पार्क में बैठक की। जिसमें सरकार के आश्वासन पर चर्चा के साथ ही मांगों के पूरा न होने की दशा में रणनीति बनाई गई।
प्रदेश संरक्षक व जिलाध्यक्ष शिवकुमार शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 दिन में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। मीडिया प्रभारी अवधेश मणि मिश्र ने कहा कि शिक्षामित्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने निर्धारित समय में कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। बैठक में महेंद्र प्रताप ¨सह, सत्यव्रत पांडेय, वशिष्ठ पांडेय, शिवकुमार जायसवाल सहित अन्य मौजूद रहे।
वहीं आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय संगठन मंत्री के प्रद्युम्न शुक्ल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण ¨सह से मिला। शिक्षामित्रों की समस्या से अवगत कराया। प्रांतीय मंत्री ने बताया कि समस्याओं को लेकर उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में दिनेश त्रिपाठी, पृथ्वीराज सोनकर, गुड्डू ¨सह, संतोष कुमार ¨सह, कुलदीप पांडेय शामिल रहे
सहायक अध्यापक से कम पर नहीं करेंगे समझौता
फैजाबाद: सरकार अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों का समायोजन बचाए। इसके लिए शिक्षामित्र सरकार के साथ सहयोग करने को तैयार हैं। यह समायोजित शिक्षामित्रों व उनके परिवार के भविष्य से जुड़ा मामला है। इसलिए जिला संगठन ने प्रांतीय नेतृत्व को अवगत करा दिया है कि समायोजन के मुद्दे पर अध्यादेश के अलावा कोई भी शर्त संगठन को मंजूर नहीं है।
यह बातें दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव ने बैठक में कही। जिलाध्यक्ष ने कहा कि संगठन ने धरना-प्रदर्शन मुख्यमंत्री की पहल पर स्थगित किया है। उनके अनुरोध पर ही शिक्षामित्र विद्यालयों में शिक्षण कार्य करने लगे हैं। उन्होंने शिक्षामित्रों से कहा कि वे अपने भविष्य के लिए हर संघर्ष को तैयार रहे।
प्रदेश संगठन मंत्री बृजेश यादव व जिला मंत्री अर्जुन भारती ने कहा कि ये समायोजन शिक्षामित्रों का हक है, इसके लिए शिक्षामित्रों ने 17 साल प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य किया है। शिक्षामित्रों ने स्नातक स्तर पर दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीटीसी प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है । यदि सरकार शिक्षामित्रों के साथ खिलवाड़ करती है तो संगठन फिर से आंदोलन चलाने को बाध्य होगा।
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदित्य तिवारी,कोषाध्यक्ष विजय पाल, शिवपूजन यादव, शिव राज यादव, बंशीलाल, रामसागर, सच्चिदा तिवारी, महेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
अखिलेश ने शिक्षामित्रों से किया धोखा - उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
सपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा हरदोई में डिप्टी सीएसपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा हरदोई में डिप्टी सीएम सपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सपा सरकार पर विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों के साथ धोखा किया है।बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने का भरोसा देते हुए कहा कि सरकार ने इस पर सख्त कदम उठाए हैं। नकल रोकने के लिए परीक्षा सीसीटीवी कैमरे में होगी।
रविवार को हरदोई के गांधी मैदान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी कार्यक्रम के तहत जनसंघकाल के कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में उप मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की नीतियों को सिलसिलेवार गिनाया। आरोप लगाया कि पिछली सरकार की गलत नीतियों से ही सुप्रीम कोर्ट को शिक्षामित्रों के समायोजन को रद करने का फैसला करना पड़ा।
हालांकि भाजपा सरकार शिक्षामित्रों के हित में क्या करेगी, इस पर बात नहीं कही। अगली बार बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने का दावा करते हुए कहा कि जो पहले हुआ वह अब नहीं होगा। वादाखिलाफी पर भुगतना पड़ेगा परिणाम
शिक्षामित्रों ने सरकार को चेतावनी - वादाखिलाफी पर भुगतना पड़ेगा परिणाम
शिक्षामित्रों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर वादाखिलाफी की तो परिणाम भुगतना पड़ेगा। शिक्षामित्र समयोजन रद होने के बाद से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षामित्रों का कहना है कि सहायक अध्यापक पद ही लेकर रहेंगे।सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से शिक्षामित्र आंदोलनरत हैं।
शनिवार को जिलाध्यक्ष निर्भान सिंह यादव ने कहा हम लोगों को अध्यादेश लागू कराकर सहायक अध्यापक बनाया जाए। जिला कोषाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा सरकार ने 15 अगस्त तक कोई रास्ता नहीं निकाला तो, प्रदेश भर में शिक्षामित्र सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान अगर कोई अनहोनी होती है तो सरकारी की जिम्मेदारी होगी। केपी शाक्य ने कहा जब हम लोगों से विभाग से हटकर कार्य कराए जाते थे तो योग्य थे। अब कोर्ट ने अयोग्य करार किया है। रावेंद्र सिंह ने कहा हम लोग नौकरी लेकर ही रहेंगे।
सरकार अगर नहीं चेती तो इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। मृदलेश यादव, अरुण तोमर, कृष्ण पाल, संजीत यादव, चरन सिंह यादव, फूलवानों, सतीश गुप्ता, रामगोपाल, संजीव शर्मा, सतेन्द्र सिंह, राजीव श्रीवास्तव, वीनू रानी, राधा रानी, ममता सिंह, वीरेंद्र पाल, अलका सक्सेना, जंडैल सिंह, संतराम शर्मा, सराफत अली, अनिल यादव, शिशुपाल, सुमित, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, उमा कुमारी, राधेश्याम मौजूद थे।
शिक्षामित्रों को जुलाई का वेतन नहीं मिला
एक तरफ समायोजित शिक्षामित्रों को जुलाई महीने का वेतन अब तक नहीं मिला है। वहीं, सातवें वेतनमान का एरियर भी बकाया है। शिक्षामित्र लगातार सरकार पर इन दोनों भुगतानों को लेकर दबाव बना रहे हैं। 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों के समायोजन को रद्द कर दिया है। वहीं कुछ छूट देते हुए उन्हें टीईटी पास करने के बाद समायोजित करने की राह भी सुझाई है। इस निर्णय के बाद समायोजित शिक्षामित्रों को लेकर सरकार मंथन कर रही है। एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी जुलाई का वेतन नहीं दिया गया है। वहीं सातवा वेतनमान लागू होने के बाद जनवरी 2016 से अब तक केवल 4 महीने का एरियर ही मिला है। ऐसे में सातवें वेतनमान का 15 महीने का एरियर अभी बकाया है। शिक्षामित्र संगठनों ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल से मिल कर जुलाई माह के वेतन व एरियर के भुगतान की मांग रखी है।
शिक्षामित्र की हार्ट अटैक से मौत
जौनपुर के स्थानीय थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी एक महिला शिक्षामित्र की बहुत कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत हो गयी। त्योहार के दिन घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। हसनपुर गांव निवासी 36 वर्षीय धनराजी देवी पत्नी सुबाष चंद्र मौर्य एडवोकेट प्राथमिक विद्यालय भैरोपुर में शिक्षामित्र के पद पर तैनात थी।
उच्च न्यायालय ने जिस दिन शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक से हटाकर फिर से शिक्षामित्र का फैसला सुनाया उसी दिन से धनराजी की हालत खराब हुयी जो आज तक ठीक नहीं हुआ। परिजनों की माने तो सोमवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गयी।
सोनभद्र : यूपी दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने रविवार को दुद्धी तहसील के क्रिकेट मैदान में संगठन को क्रियाशील करने के लिए बैठक की गई। इस दौरान शिक्षामित्रों के हितों की विस्तार से चर्चा की गई। वहीं बभनी, म्योरपुर व दुद्धी के ब्लाक कमेटी का गठन आगामी बैठक में करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही लखनऊ जाने के लिए रणनीति बनाने, समान कार्य का समान वेतन लागू कराने सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में जिलाध्यक्ष मुरारे नाथ कुशवाहा, दिनेश केशरी, रामेश्वर सोनी, बाल किशुन, सावित्री यादव, प्रीति श्रीवास्तव, सरिता मौर्य, अर्चना पांडेय, विनोद कुमार, सरिता कुशवाहा सहित कई संगठन से जुड़े कई पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे
अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को बनाएं सहायक अध्यापक
गोंडा: प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों ने रविवार को गांधी पार्क में बैठक की। जिसमें सरकार के आश्वासन पर चर्चा के साथ ही मांगों के पूरा न होने की दशा में रणनीति बनाई गई।
प्रदेश संरक्षक व जिलाध्यक्ष शिवकुमार शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 15 दिन में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। मीडिया प्रभारी अवधेश मणि मिश्र ने कहा कि शिक्षामित्रों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। सरकार ने निर्धारित समय में कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। बैठक में महेंद्र प्रताप ¨सह, सत्यव्रत पांडेय, वशिष्ठ पांडेय, शिवकुमार जायसवाल सहित अन्य मौजूद रहे।
वहीं आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय संगठन मंत्री के प्रद्युम्न शुक्ल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण ¨सह से मिला। शिक्षामित्रों की समस्या से अवगत कराया। प्रांतीय मंत्री ने बताया कि समस्याओं को लेकर उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में दिनेश त्रिपाठी, पृथ्वीराज सोनकर, गुड्डू ¨सह, संतोष कुमार ¨सह, कुलदीप पांडेय शामिल रहे
सहायक अध्यापक से कम पर नहीं करेंगे समझौता
फैजाबाद: सरकार अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों का समायोजन बचाए। इसके लिए शिक्षामित्र सरकार के साथ सहयोग करने को तैयार हैं। यह समायोजित शिक्षामित्रों व उनके परिवार के भविष्य से जुड़ा मामला है। इसलिए जिला संगठन ने प्रांतीय नेतृत्व को अवगत करा दिया है कि समायोजन के मुद्दे पर अध्यादेश के अलावा कोई भी शर्त संगठन को मंजूर नहीं है।
यह बातें दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव ने बैठक में कही। जिलाध्यक्ष ने कहा कि संगठन ने धरना-प्रदर्शन मुख्यमंत्री की पहल पर स्थगित किया है। उनके अनुरोध पर ही शिक्षामित्र विद्यालयों में शिक्षण कार्य करने लगे हैं। उन्होंने शिक्षामित्रों से कहा कि वे अपने भविष्य के लिए हर संघर्ष को तैयार रहे।
प्रदेश संगठन मंत्री बृजेश यादव व जिला मंत्री अर्जुन भारती ने कहा कि ये समायोजन शिक्षामित्रों का हक है, इसके लिए शिक्षामित्रों ने 17 साल प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य किया है। शिक्षामित्रों ने स्नातक स्तर पर दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीटीसी प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है । यदि सरकार शिक्षामित्रों के साथ खिलवाड़ करती है तो संगठन फिर से आंदोलन चलाने को बाध्य होगा।
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदित्य तिवारी,कोषाध्यक्ष विजय पाल, शिवपूजन यादव, शिव राज यादव, बंशीलाल, रामसागर, सच्चिदा तिवारी, महेश कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
अखिलेश ने शिक्षामित्रों से किया धोखा - उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा
सपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा हरदोई में डिप्टी सीएसपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा हरदोई में डिप्टी सीएम सपा सरकार पर लगाया विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप कहा, नकल रोकने के लिए कैमरे की निगरानी में होगी बोर्ड परीक्षा
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सपा सरकार पर विकास के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों के साथ धोखा किया है।बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने का भरोसा देते हुए कहा कि सरकार ने इस पर सख्त कदम उठाए हैं। नकल रोकने के लिए परीक्षा सीसीटीवी कैमरे में होगी।
रविवार को हरदोई के गांधी मैदान में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी कार्यक्रम के तहत जनसंघकाल के कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में उप मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की नीतियों को सिलसिलेवार गिनाया। आरोप लगाया कि पिछली सरकार की गलत नीतियों से ही सुप्रीम कोर्ट को शिक्षामित्रों के समायोजन को रद करने का फैसला करना पड़ा।
हालांकि भाजपा सरकार शिक्षामित्रों के हित में क्या करेगी, इस पर बात नहीं कही। अगली बार बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने का दावा करते हुए कहा कि जो पहले हुआ वह अब नहीं होगा। वादाखिलाफी पर भुगतना पड़ेगा परिणाम
शिक्षामित्रों ने सरकार को चेतावनी - वादाखिलाफी पर भुगतना पड़ेगा परिणाम
शिक्षामित्रों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर वादाखिलाफी की तो परिणाम भुगतना पड़ेगा। शिक्षामित्र समयोजन रद होने के बाद से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षामित्रों का कहना है कि सहायक अध्यापक पद ही लेकर रहेंगे।सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से शिक्षामित्र आंदोलनरत हैं।
शनिवार को जिलाध्यक्ष निर्भान सिंह यादव ने कहा हम लोगों को अध्यादेश लागू कराकर सहायक अध्यापक बनाया जाए। जिला कोषाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा सरकार ने 15 अगस्त तक कोई रास्ता नहीं निकाला तो, प्रदेश भर में शिक्षामित्र सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान अगर कोई अनहोनी होती है तो सरकारी की जिम्मेदारी होगी। केपी शाक्य ने कहा जब हम लोगों से विभाग से हटकर कार्य कराए जाते थे तो योग्य थे। अब कोर्ट ने अयोग्य करार किया है। रावेंद्र सिंह ने कहा हम लोग नौकरी लेकर ही रहेंगे।
सरकार अगर नहीं चेती तो इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। मृदलेश यादव, अरुण तोमर, कृष्ण पाल, संजीत यादव, चरन सिंह यादव, फूलवानों, सतीश गुप्ता, रामगोपाल, संजीव शर्मा, सतेन्द्र सिंह, राजीव श्रीवास्तव, वीनू रानी, राधा रानी, ममता सिंह, वीरेंद्र पाल, अलका सक्सेना, जंडैल सिंह, संतराम शर्मा, सराफत अली, अनिल यादव, शिशुपाल, सुमित, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, उमा कुमारी, राधेश्याम मौजूद थे।
शिक्षामित्रों को जुलाई का वेतन नहीं मिला
एक तरफ समायोजित शिक्षामित्रों को जुलाई महीने का वेतन अब तक नहीं मिला है। वहीं, सातवें वेतनमान का एरियर भी बकाया है। शिक्षामित्र लगातार सरकार पर इन दोनों भुगतानों को लेकर दबाव बना रहे हैं। 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों के समायोजन को रद्द कर दिया है। वहीं कुछ छूट देते हुए उन्हें टीईटी पास करने के बाद समायोजित करने की राह भी सुझाई है। इस निर्णय के बाद समायोजित शिक्षामित्रों को लेकर सरकार मंथन कर रही है। एक हफ्ते बीत जाने के बाद भी जुलाई का वेतन नहीं दिया गया है। वहीं सातवा वेतनमान लागू होने के बाद जनवरी 2016 से अब तक केवल 4 महीने का एरियर ही मिला है। ऐसे में सातवें वेतनमान का 15 महीने का एरियर अभी बकाया है। शिक्षामित्र संगठनों ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल से मिल कर जुलाई माह के वेतन व एरियर के भुगतान की मांग रखी है।
शिक्षामित्र की हार्ट अटैक से मौत
जौनपुर के स्थानीय थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी एक महिला शिक्षामित्र की बहुत कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत हो गयी। त्योहार के दिन घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। हसनपुर गांव निवासी 36 वर्षीय धनराजी देवी पत्नी सुबाष चंद्र मौर्य एडवोकेट प्राथमिक विद्यालय भैरोपुर में शिक्षामित्र के पद पर तैनात थी।
उच्च न्यायालय ने जिस दिन शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक से हटाकर फिर से शिक्षामित्र का फैसला सुनाया उसी दिन से धनराजी की हालत खराब हुयी जो आज तक ठीक नहीं हुआ। परिजनों की माने तो सोमवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गयी।
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