इलाहाबाद : एक ओर प्रदेश सरकार प्राथमिक विद्यालयों में पठन-पाठन, छात्र व
शिक्षकों की उपस्थिति दुरुस्त करने को सघन निरीक्षण करा रही है। वहीं,
दूसरी ओर विभागीय अफसर स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों से प्रभावित होकर
उन्हें उपस्थित बताकर वेतन जारी कराने का आदेश दे रहे हैं। ऐसे प्रकरण अब
शासन से शिक्षा निदेशालय तक पहुंचे हैं और उनकी गुपचुप जांच शुरू है।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्रओं को बेहतर संसाधन मुहैया कराने के साथ ही उनकी पढ़ाई पर भी विशेष जोर है। बेसिक शिक्षा परिषद ने इस बार शैक्षिक कैलेंडर भी जारी किया, जिसमें प्रदेश भर के स्कूलों में एक जैसी पढ़ाई हो इसके लिए किस कक्षा में किस दिन व किस घंटे में क्या पढ़ाया जाएगा इसका विस्तार से जिक्र किया गया है। वहीं, शासन ने खंड शिक्षा अधिकारियों से लेकर बड़े अफसरों तक को विद्यालयों का सघन निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। पिछले दिनों निदेशालय में इलाहाबाद व मंडल भर के जिलों में हुई विद्यालयों की जांच का साक्ष्य समेत ब्योरा दिया गया है। किस स्कूल के निरीक्षण में कितने शिक्षक गायब मिले। अफसर ने उपस्थिति पंजिका में कुछ अंकन करने के बजाए गोला बना दिया बाद में उसे उपस्थित दिखाकर वेतन निर्गत करने का आदेश दिया है।
इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने में बेसिक शिक्षा अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं, जो कार्य चुनिंदा अभ्यर्थियों को सूचित करके पूरा किया जा सकता था, उसमें लाखों रुपये के विज्ञापन विभिन्न जिलों की ओर से जारी किए गए हैं। पिछले माह ही कई बीएसए को परिषद सचिव ने नोटिस देकर जवाब-तलब किया था, उसके बाद भी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है। अब वही गलती विज्ञान-गणित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने में की जा रही है।
परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों की 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की भर्ती में उन अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण कराने का निर्देश हुआ है, जिनका चयन सीधी भर्ती में हुआ लेकिन, वह तय समय पर ज्वाइन नहीं कर सके। परिषद ने कोर्ट के निर्देश पर यह प्रक्रिया 20 दिसंबर तक पूरी करने का निर्देश दिया। यह निर्देश जारी होते ही प्रदेश के अधिकांश जिलों से विज्ञापन निकालने की होड़ मच गई। 1आठवीं काउंसिलिंग को धरना जारी : परिषद मुख्यालय के सामने प्रदेश भर के अभ्यर्थी 29334 पदों की भर्ती पूरी कराने के लिए धरना दे रहे हैं।
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्रओं को बेहतर संसाधन मुहैया कराने के साथ ही उनकी पढ़ाई पर भी विशेष जोर है। बेसिक शिक्षा परिषद ने इस बार शैक्षिक कैलेंडर भी जारी किया, जिसमें प्रदेश भर के स्कूलों में एक जैसी पढ़ाई हो इसके लिए किस कक्षा में किस दिन व किस घंटे में क्या पढ़ाया जाएगा इसका विस्तार से जिक्र किया गया है। वहीं, शासन ने खंड शिक्षा अधिकारियों से लेकर बड़े अफसरों तक को विद्यालयों का सघन निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। पिछले दिनों निदेशालय में इलाहाबाद व मंडल भर के जिलों में हुई विद्यालयों की जांच का साक्ष्य समेत ब्योरा दिया गया है। किस स्कूल के निरीक्षण में कितने शिक्षक गायब मिले। अफसर ने उपस्थिति पंजिका में कुछ अंकन करने के बजाए गोला बना दिया बाद में उसे उपस्थित दिखाकर वेतन निर्गत करने का आदेश दिया है।
इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करने में बेसिक शिक्षा अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं, जो कार्य चुनिंदा अभ्यर्थियों को सूचित करके पूरा किया जा सकता था, उसमें लाखों रुपये के विज्ञापन विभिन्न जिलों की ओर से जारी किए गए हैं। पिछले माह ही कई बीएसए को परिषद सचिव ने नोटिस देकर जवाब-तलब किया था, उसके बाद भी कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया है। अब वही गलती विज्ञान-गणित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने में की जा रही है।
परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों की 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की भर्ती में उन अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण कराने का निर्देश हुआ है, जिनका चयन सीधी भर्ती में हुआ लेकिन, वह तय समय पर ज्वाइन नहीं कर सके। परिषद ने कोर्ट के निर्देश पर यह प्रक्रिया 20 दिसंबर तक पूरी करने का निर्देश दिया। यह निर्देश जारी होते ही प्रदेश के अधिकांश जिलों से विज्ञापन निकालने की होड़ मच गई। 1आठवीं काउंसिलिंग को धरना जारी : परिषद मुख्यालय के सामने प्रदेश भर के अभ्यर्थी 29334 पदों की भर्ती पूरी कराने के लिए धरना दे रहे हैं।
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