परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती में बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने करीब 400 शिक्षकों की नियुक्ति फंसा दी है। जिलों में अभ्यर्थियों को त्रुटि निवारण का मौका न देकर परिषद मुख्यालय से ऐसे अभ्यर्थियों के संबंध में मार्गदर्शन मांगा गया है। परिषद सचिव रूबी सिंह ने इन सभी प्रकरणों को अपर मुख्य सचिव व बेसिक शिक्षा निदेशक को भेजा है, उन्होंने यह भी लिखा है कि यदि अभिलेख संशोधन से मेरिट में बड़ा बदलाव न हो रहा हो तो जिलों को निर्देश जारी कर दिया जाए, ताकि नियुक्तियां पूरी हो जाएं।
शिक्षक भर्ती का परिणाम आने के बाद और जिलों में नियुक्ति की काउंसिलिंग के पहले अभ्यर्थियों ने परिषद मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था, उनका कहना था कि भर्ती की काउंसिलिंग के लिए लिखित परीक्षा के आवेदन पत्र को आधार बनाया गया है। यह आवेदन भरते समय कई अभ्यर्थियों ने प्राप्तांक, पूर्णाक, पिता का नाम सहित कई गल्तियां भूलवश कर दी हैं। आवेदन पत्र में बिना संशोधन किए काउंसिलिंग नहीं हो सकेगी। उस समय परिषद सचिव संजय सिन्हा ने बीएसए को निर्देश दिया था कि इससे यदि नियुक्ति प्रक्रिया पर अंतर न पड़ रहा हो तो ऐसे मामलों का निस्तारण जिला समिति के समक्ष रखकर करा लिया जाए।
बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने ऐसे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग पूरी करा ली है लेकिन, उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है, बल्कि कई जिलों के बीएसए ने परिषद मुख्यालय को पत्र भेजकर मार्गदर्शन मांग लिया है। सचिव रूबी सिंह ने बीएसए की ओर से भेजे पत्रों का हवाला देते हुए अपर मुख्य सचिव व बेसिक शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में कहा कि यदि नियुक्ति प्रक्रिया में मानवीय भूल से गलत दर्ज सूचना सही कराने में कोई बड़ा अंतर नहीं आ रहा हो तो इसे दुरुस्त कराकर नियुक्तियां दी जाएं। जल्द ही इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर देगा।
शिक्षक भर्ती का परिणाम आने के बाद और जिलों में नियुक्ति की काउंसिलिंग के पहले अभ्यर्थियों ने परिषद मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था, उनका कहना था कि भर्ती की काउंसिलिंग के लिए लिखित परीक्षा के आवेदन पत्र को आधार बनाया गया है। यह आवेदन भरते समय कई अभ्यर्थियों ने प्राप्तांक, पूर्णाक, पिता का नाम सहित कई गल्तियां भूलवश कर दी हैं। आवेदन पत्र में बिना संशोधन किए काउंसिलिंग नहीं हो सकेगी। उस समय परिषद सचिव संजय सिन्हा ने बीएसए को निर्देश दिया था कि इससे यदि नियुक्ति प्रक्रिया पर अंतर न पड़ रहा हो तो ऐसे मामलों का निस्तारण जिला समिति के समक्ष रखकर करा लिया जाए।
बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने ऐसे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग पूरी करा ली है लेकिन, उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है, बल्कि कई जिलों के बीएसए ने परिषद मुख्यालय को पत्र भेजकर मार्गदर्शन मांग लिया है। सचिव रूबी सिंह ने बीएसए की ओर से भेजे पत्रों का हवाला देते हुए अपर मुख्य सचिव व बेसिक शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में कहा कि यदि नियुक्ति प्रक्रिया में मानवीय भूल से गलत दर्ज सूचना सही कराने में कोई बड़ा अंतर नहीं आ रहा हो तो इसे दुरुस्त कराकर नियुक्तियां दी जाएं। जल्द ही इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर देगा।
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