प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों
के तकरीबन 150 शिक्षक पिछले चार साल में बर्खास्त किए गए हैं। 75 से 80
शिक्षक ऐसे हैं जो लंबे समय से अनुपस्थित थे और नोटिस के बावजूद अपना पक्ष
रखने नहीं पहुंचे।
वहीं
61 से अधिक शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी
हासिल की थी। इन फर्जी शिक्षकों ने जिन संस्थाओं के प्रमाणपत्र लगाए थे
वहां की सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई। 61
फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी
संजयकुमार कुशवाहा ने 28 अप्रैल 2019 को खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश
दिया था। लंबे समय से अनुपस्थित रहने के कारण अक्तूबर 2020 में 9 शिक्षकों
को सेवामुक्त किया गया था। दो पैन के आधार पर नौकरी कर रही पूर्व मा.
विद्यालय ओनौर उरुवा की सहायक अध्यापिका रमा सिंह 23 सितंबर 2020 को
बर्खास्त की गई थीं।
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