यूपी बोर्ड अब हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के साथ ही 9वीं व
11वीं की छमाही व वार्षिक परीक्षाओं के रिकॉर्ड भी संजोएगा। सचिव ने सभी
कालेजों से कक्षा 12 की प्रीबोर्ड और 11 के छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक
मांगे हैं, जबकि इंटरमीडिएट 2021 की लिखित परीक्षाएं होना तय है। यह कार्य
इसीलिए शुरू हुआ है कि ताकि हर वर्ष 9 से 12वीं तक के रिकार्ड को सुरक्षित
रखा जा सके और भविष्य में परीक्षा न हो पाने के आसार पर यकायक कालेजों से
मांगना न पड़े। ज्ञात हो कि दैनिक जागरण ने नौ मई को ‘कोरोना ने यूपी बोर्ड
को दिखाया परीक्षा में सुधार का रास्ता’ शीर्षक से इस संबंध में खबर
प्रकाशित की थी।
असल
में, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने निर्णय लिया कि इस वर्ष
हाईस्कूल की परीक्षा नहीं होगी, परीक्षार्थी अगली कक्षा में प्रमोट होंगे।
इंटर के संबंध में फैसला होना है। सीबीएसई व यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम लगभग
समान है लेकिन, दोनों की परीक्षाओं की सूचना देने में अंतर है। सीबीएसई
में मासिक टेस्ट के अलावा छमाही व वार्षिक परीक्षा का पूरा रिकार्ड ऑनलाइन
है। केंद्रीय बोर्ड छात्र-छात्रओं के प्रदर्शन के आधार पर हाईस्कूल में
आसानी से प्रमोट कर सकता है। वहीं, यूपी बोर्ड में कक्षा 9 की अर्धवार्षिक व
वार्षिक परीक्षा का रिकार्ड बोर्ड मुख्यालय नहीं भेजा जाता था। इस बार
प्री बोर्ड यानी हाईस्कूल व इंटर परीक्षा से पहले स्कूल स्तर की परीक्षा
फरवरी में कराई गई। लेकिन, उसका रिकार्ड बोर्ड के पास नहीं था।
वजह,
यूपी बोर्ड में अधिकांश कालेज वित्तविहीन हैं, जबकि राजकीय व अशासकीय
कालेज एक तिहाई ही हैं। ऐसे में पहले जिलों से नवीं और हाईस्कूल में प्री
बोर्ड व छमाही का रिकार्ड मांगा गया। अब बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने
कक्षा 12 की फरवरी में हुई प्रीबोर्ड परीक्षा का रिकॉर्ड मांगा है। इंटर के
सभी संस्थागत व व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की कक्षा 11 की छमाही व वार्षिक
परीक्षा का पूर्णाक व प्राप्तांक मांगा गया है। इसी तरह से कृषि भाग एक के
परीक्षार्थियों का कक्षा 11 की छमाही के अंक मांगे गए हैं। बोर्ड सचिव ने
सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से 28 मई की शाम तक वेबसाइट पर अंक अपलोड
करने का निर्देश दिया है।
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