प्रयागराज : कोरोना संक्रमण की वजह से उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग
(यूपीपीएससी) ने अप्रैल से जून तक की भर्ती परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
अब संक्रमण नियंत्रित होने लगा है। उम्मीद है कि जुलाई तक कोरोना कफ्यरू
खत्म हो सकता है। ऐसा होने पर जुलाई से दिसंबर महीने तक आयोग को 13
परीक्षाएं कराकर अविलंब उसका रिजल्ट जारी करने की चुनौती रहेगी। अगर ऐसा न
हुआ तो प्रतियोगियों की दिक्कतें बढ़ेगी, साथ ही आयोग के कार्य पर भी
विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इससे पूरी व्यवस्था पटरी से उतर जाएगी, जिसे सुधारना
आसान नहीं होगा।
कुछ साल पहले तक यूपीपीएससी की
परीक्षाएं व रिजल्ट सालों तक लंबित रहते थे। डा. प्रभात कुमार ने अध्यक्ष
बनने के बाद समस्त परीक्षाओं को तेजी से निस्तारित कराने के साथ सालों से
लंबित रिजल्ट भी जारी कराए। बीते साल लाकडाउन खत्म होने के बाद उन्होंने
युद्धस्तर पर काम करके कैलेंडर के अनुरूप समस्त परीक्षाएं पूर्ण करवाई थीं।
वैसी ही चुनौती मौजूदा समय में भी है। आयोग ने 2021 के कैलेंडर में 16
परीक्षाएं प्रस्तावित की हैं लेकिन, अभी तक सिर्फ तीन परीक्षाएं हुई हैं।
स्थगित परीक्षाएं
’प्रवक्ता
राजकीय डिग्री कालेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2020’प्रधानाचार्य श्रेणी-2/ उप
प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2019’सम्मिलित राज्य कृषि
सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2020’सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा
(प्रारंभिक) परीक्षा-2021 तथा सहायक वन संरक्षक-क्षेत्रीय वन अधिकारी
(प्रारंभिक) परीक्षा-2021’प्रवक्ता (पुरुष/महिला) राजकीय इंटर कालेज
(प्रारंभिक) परीक्षा-2020
प्रस्तावित परीक्षाएं
’10
जुलाई से : संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) परीक्षा-2020’25 जुलाई : यूनानी
चिकित्सा अधिकारी (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2018’एक अगस्त : समीक्षा
अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (सामान्य व विशेष चयन) आदि (प्रारंभिक)
परीक्षा-2021’तीन अक्टूबर से : सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (मुख्य)
परीक्षा-2021’22 अक्टूबर से : सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी
(मुख्य) परीक्षा-2021’13 नवंबर से : सम्मिलित राज्य कृषि सेवा (मुख्य)
परीक्षा-2020’चार दिसंबर : प्रवक्ता (पुरुष व महिला) राजकीय इंटर कालेज
(मुख्य) परीक्षा-2020’18 दिसंबर से : समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा
अधिकारी (सामान्य व विशेष चयन) आदि (मुख्य) परीक्षा-2021
सात साल से एपीएस भर्ती का इंतजार कर रहे प्रतियोगी
राज्य
ब्यूरो, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने 2015 के बाद एपीएस यानी
अपर निजी सचिव पद की भर्ती नहीं निकाली है। आयोग को शासन से भर्ती का
अधियाचन भी मिल चुका है। दो बार भर्ती की परीक्षा भी कैलेंडर में
प्रस्तावित हुई लेकिन, आयोग ने विज्ञापन नहीं निकाला। प्रतियोगियों का
प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को आयोग अध्यक्ष संजय श्रीनेत से मिला। ज्ञापन देकर
एपीएस की भर्ती जल्द निकालने की मांग की। प्रतियोगियों ने कहा कि जल्द
भर्ती न निकली तो उनकी आयुसीमा खत्म हो जाएगी। प्रतियोगी दीपक कुशवाहा का
कहना है कि आयोग ने अपने परीक्षा कैलेंडर में 2017, उसके बाद 10 जून 2018
को एपीएस भर्ती प्रस्तावित की थी।
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