लखनऊ : कोरोना के बढ़ते संक्रमण के दौरान पुलिस अधिकारी भी काम के दबाव में हैं। झांसी में कोरोना संक्रमित पत्नी व बेटी की देखभाल के लिए छुट्टी न मिलने से आहत सीओ मनीष सोनकर ने इस्तीफा दिया तो उनके पक्ष में प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) संघ खड़ा हो गया। मंगलवार को पीपीएस संघ ने ट्वीट कर सीओ मनीष सोनकर की मानसिक प्रताड़ना के मुद्दे को उठाया और डीजीपी व अपर मुख्य सचिव, गृह से कार्रवाई की मांग की। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया और एक बार फिर इंटरनेट मीडिया पर आइपीएस व पीपीएस संवर्ग के बीच अधिकारों तथा आपसी व्यवहार को लेकर चर्चा छिड़ गई। हालांकि इसी बीच डीआइजी झांसी रेंज से वार्ता के बाद सीओ ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
एसएसपी
झांसी रोहन पी. कनय व सीओ मनीष के बीच अवकाश को लेकर किन परिस्थतियों में
मनमुटाव बढ़ा यह तो जांच का विषय है, लेकिन यह प्रकरण इंटरनेट मीडिया पर
आने के बाद वरिष्ठ अधिकारी बहुत तेजी से सक्रिय हुए। एडीजी कानपुर जोन भानु
भाष्कर व डीआईजी रेंज झांसी जोगेंद्र कुमार ने मामले में हस्तक्षेप किया।
डीआइजी ने सीओ मनीष सोनकर ने वार्ता की और उन्हें समझाया और भावावेश में
कोई कदम नहीं उठाने की सलाह दी। भरोसा दिलाया कि वह वरिष्ठ अधिकारियों से
पूरे प्रकरण को लेकर बात करेंगे। तत्पश्चात सीओ मनीष सोनकर ने फिर ट्वीट
किया और कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। कहा कि डीआइजी
जोगेंद्र कुमार ने उनसे दूरभाष पर बात की और पत्नी व बेटी का हाल लिया।
मेरी परिस्थितियों के प्रति संवेदना जताई।
सीओ के
इस्तीफे के मामले में अभी डीजीपी मुख्यालय को कोई पत्र नहीं मिला है।
मामला संज्ञान में आने के बाद डीआइजी झांसी रेंज से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट
मांगी गई है।
हितेश चंद्र अवस्थी, डीजीपी
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