प्रयागराज : बेसिक शिक्षा विभाग 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में
रिक्त पद भरने के लिए तीसरे चरण की काउंसिलिंग कराने की तैयारी में है।
वहीं, इसके पहले हुई 68,500 शिक्षक भर्ती के उन अभ्यर्थियों की सुधि नहीं
ली जा रही, जो पुनमरूल्यांकन में उत्तीर्ण हो चुके हैं। हाईकोर्ट ने चार
सप्ताह में नियुक्ति पत्र देने का आदेश दिया था, लेकिन अब तक नौ माह बीत
चुके हैं। अभ्यर्थी परिषद मुख्यालय से लेकर बेसिक शिक्षा के अफसरों का
चक्कर काट रहे हैं।
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों के
लिए 2018 में 68500 भर्ती की लिखित परीक्षा कराई गई थी। उस समय परीक्षा
उत्तीर्ण करने व दोबारा मूल्यांकन में उत्तीर्ण होने वालों को नियुक्ति दी
जा चुकी है, लेकिन पुनर्मूल्यांकन में उत्तीर्ण 103 उत्तीर्ण अभ्यर्थी अब
तक राह देख रहे हैं। इस बाबत नरेंद्र कुमार चतुर्वेदी बनाम अन्य के संबंध
में हाईकोर्ट से 18 सितंबर 2020 को आदेश हुआ। इसमें कहा गया था रिजल्ट देने
के चार सप्ताह में नियुक्ति पत्र दिया जाना चाहिए। सरकार ने इसमें हलफनामा
भी दिया था कि एक बार फिर से उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने के बाद
परिणाम के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी।
अभ्यर्थियों
का दावा है कि इस मामले में शीर्ष कोर्ट तक गुहार लगाई गई और सुप्रीम
कोर्ट राधा देवी कीयाचिका में आए निर्णय की रिव्यू याचिका भी खारिज कर चुका
है। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे लगातार साथियों से जूनियर होते जा रहे
हैं। अभ्यर्थी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नियुक्ति के लिए मुहिम भी चला
रहे हैं।
- सितंबर, 2020 को हाईकोर्ट के आदेश के बाद देख रहे राह
- शिक्षक भर्ती के पुनमरूल्यांकन में हुए थे उत्तीर्ण
0 comments:
Post a Comment