यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की नतीजों का फॉर्मूला तय हो गया है। हाईस्कूल का नतीजा 50-50 व इंटर का 50-40-10 के फॉर्मूले के आधार पर आएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को यह फॉर्मूला जारी किया।
हाईस्कूूल
का नतीजा 9वीं की वार्षिक परीक्षा एवं 10वीं प्री-बोर्ड परीक्षा के 50-50
फीसदी अंक देकर घोषित होगा। वहीं, इंटर के परिक्षार्थियों को 10वीं बोर्ड
के 50 फीसदी, 11वीं के 40 फीसदी व 12वीं प्री-बोर्ड के 10 फीसदी अंक के
आधार पर अंक दिए जाएंगे।
नहीं जारी होगी मेरिट
यूपी
बोर्ड में इस बार मेरिट जारी नहीं की जाएगी। जो भी परीक्षार्थी एक या एक
से अधिक विषयों में अंक सुधार के लिए परीक्षा देना चाहते हैं, उन्हें आगामी
बोर्ड परीक्षा में बिना परीक्षा शुल्क के परीक्षा देने का मौका दिया
जाएगा।
जल्द जारी होगा यूपी बोर्ड का नतीजा
फॉर्मूला
तय होने के बाद यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा का नतीजा
जल्द जारी किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को बताया
कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर कक्षा 9 की वार्षिक परीक्षा,
कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के आंतरिक मूल्यांकन, कक्षा 11 की वार्षिक व
अर्द्ध वार्षिक परीक्षा, कक्षा 12 की बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षा, कक्षा
10 व 12 प्री बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध हैं। 10वीं और 12वीं बोर्ड
परीक्षा के अंक निर्धारण का फॉर्मूला भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। हाई स्कूल
बोर्ड परीक्षा में 29,94,312 और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में 26,10,316
परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे।
ऐसे तय होगा इंटरमीडिएट का परिणाम
-
कक्षा-10 बोर्ड परीक्षा के कुल प्राप्तांक के औसत का 50 प्रतिशत। औसत का
आगणन कक्षा-10 के संपूर्ण विषयों के कुल प्राप्तांक को कुल विषयों की
संख्या अर्थात 6 से विभाजित करके आगणित किया जाएगा।
- कक्षा-11 की वार्षिक परीक्षा में संबंधित विषय के 100 अंक के पूर्णांक का 40 प्रतिशत अंक।
- कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में संबंधित विषय के 100 अंक के पूर्णांक का 10 प्रतिशत अंक।
ऐसे
समझें : यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-10 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 600
में से 300 अंक प्राप्त किए हैं। तो उसका औसत अंक 300/6= 50 अंक होगा।
इसमें से 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 25 अंक दिए जाएंगे। कक्षा-11 में
किसी विषय विशेष में यदि उसे 100 अंक में से 60 अंक मिले हैं तो उसका 40
प्रतिशत 24 अंक होगा। इसी प्रकार प्री-बोर्ड परीक्षा से कक्षा-12 में उस
विषय में उसे 50 अंक मिले हैं तब उसका 10 प्रतिशत 5 अंक होगा। इस प्रकार
उसके कुल अंक 25+24+5=54 अंक होंगे।
हाई स्कूल के परिणाम का फॉर्मूला
- कक्षा-9 की 70 अंको की वार्षिक विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
- कक्षा-10 की 70 अंको की प्री-बोर्ड विषयवार लिखित परीक्षा का 50 प्रतिशत अंक।
- वर्ष 2021 में विद्यालय स्तर पर आयोजित 30 अंको की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा के अंक।
-
कक्षा 9वीं, 10वीं प्री-बोर्ड और आंतरिक मूल्यांकन में प्राप्त अंकों को
जोड़कर परीक्षार्थी के विषयवार अंकों का निर्धारण किया जाएगा।
ऐसे
समझें : यदि परीक्षार्थी ने कक्षा-9 की वार्षिक लिखित परीक्षा में 70 अंको
में से 60 अंक प्राप्त किए हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 30 अंक
दिए जाएंगे। कक्षा-10 की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षा में 70 अंको में से 40
अंक प्राप्त किए हैं तो 50 प्रतिशत देयता के अनुसार उसे 20 अंक दिए जाएंगे।
आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में यदि 30 में से 28 अंक प्राप्त किए हैं तो
संबंधित परीक्षार्थी को उस विषय में कुल अंक 30+20+28=78 अंक प्राप्त
होंगे।
व्यक्तिगत परीक्षार्थियों का फॉर्मूला अलग होगा
-
यदि परीक्षार्थियों के कक्षा-12 की प्रयोगात्मक परीक्षा/कक्षा-10 के
आंतरिक मूल्यांकन के अंक उपलब्ध नहीं हैं, तो ऐसी स्थिति में प्रत्येक
परीक्षार्थी को उस विषय विशेष के लिए लिखित परीक्षा के लिए निर्धारित
प्रक्रिया से प्राप्त अंक को उस विषय विशेष के पूर्णांक के आधार पर
समानुपातिक रूप से निर्धारण कर प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक प्रदान किए
जाएंगे।
- इंटरमीडिएट में जिस किसी भी परीक्षार्थी
(व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-11 की दोनों परीक्षाओं (वार्षिक परीक्षा व
अर्धवार्षिक) अथवा कक्षा-12 की प्री-बोर्ड परीक्षा, हाईस्कूल के जिस किसी
भी परीक्षार्थी (व्यक्तिगत/संस्थागत) के कक्षा-9 की वार्षिक परीक्षा एवं/
कक्षा-10 की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं होंगे उन्हें बिना अंको
के सामान्य रूप से प्रोन्नत कर दिया जाएगा।
- किसी परीक्षार्थी
के वार्षिक, अर्धवार्षिक, प्री-बोर्ड परीक्षा के अधिकतम 3 विषयों तक अंक
अप्राप्त होने पर उस परीक्षा के शेष विषयों के प्राप्तांक का औसत उन तीन
विषयों में दिया जाएगा।
- लिखित परीक्षा में न्यूनतम
उत्तीर्णांक प्राप्त नहीं होने, लेकिन आंतरिक मूल्यांकन प्रयोगात्मक
परीक्षा में उत्तीर्ण होने की स्थिति में परीक्षार्थी को बिना अंक के
सामान्य प्रोन्नति प्रदान की जाएगी।
- प्रयोगात्मक विषयों में
कक्षा 9/10/11/12 के उपलब्ध अंकों को बोर्ड की लिखित परीक्षा के निर्धारित
अंकों पर स्केल करके प्रयोगात्मक/आंतरिक मूल्यांकन के अंक (जो भी लागू होते
हैं) से जोड़ा जाएगा।
- अन्य बोर्डों के परीक्षार्थियों, जिनके
पूर्णांक माध्यमिक शिक्षा परिषद के विषयों से भिन्न हैं उनके प्राप्तांक
का आगणन माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्णांक के सापेक्ष स्केल करके किया
जाएगा।
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