गोरखपुर: छह माह बाद खुले परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता, कोविड गाइड लाइन का पालन व अन्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिए शासन के अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। दो दिवसीय औचक निरीक्षण के लिए गोरखपुर-बस्ती मंडल समेत सूबे के 75 जनपदों में अलग-अलग अधिकारी नामित किए गए हैं, जो दो चरणों में तीन व चार व छह व सात सितंबर को अपने-अपने संबंधित जिलों का दौरा कर स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।
गोरखपुर
जनपद में निरीक्षण करने के लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ के उप शिक्षा
निदेशक अशोक कुमार को नामित किया गया है। वह तीन व चार सितंबर को निरीक्षण
करेंगे। अलग-अलग विकासखंडों के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के न्यूनतम 10
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय, एक-एक कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय व
बीआरसी का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट आनलाइन उपलब्ध कराएंगे।
इन जिलों में छह व सात सितंबर को निरीक्षण
गोरखपुर-बस्ती
मंडल के देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर में
शासन से नामित अधिकारी छह व सात सितंबर को निरीक्षण करेंगे। देवरिया जिले
के निरीक्षण के लिए एडी बेसिक गोरखपुर डा.एसपी त्रिपाठी, महराजगंज के लिए
डायट प्राचार्य गोरखपुर, डा.बीके सिंह, कुशीनगर के लिए वहीं के डायट के
वरिष्ठ प्रवक्ता जावेद आलम आजमी, बस्ती के लिए उप प्राचार्य डायट बस्ती
केएस वर्मा, सिद्धार्थनगर के लिए वरिष्ठ विशेषज्ञ समग्र शिक्षा लखनऊ राकेश
चंद्र पांडेय तथा संत कबीर नगर के लिए अपर परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा
लखनऊ रोहित त्रिपाठी शासन द्वारा नामित किया गया है।
इन पर भी रहेगी विशेष नजर
स्कूलों
में कक्षाओं का संचालन कोविड गाइड लाइन के तहत हो रहा है या नहीं,
निश्शुल्क पाठ्य पुस्तक की आपूर्ति, सत्यापन, ढुलाई व वितरण की प्रगति,
शौचालय, हैंडवाश यूनिट, रसोई घर, शुद्ध पेयजल, स्कूल सुंदरीकरण, स्टाफ की
स्थिति, बच्चों की नामांकन संख्या, एमडीएम का संचालन पर भी निरीक्षण के
दौरान संबंधित अधिकारियों की विशेष नजर रहेगी। यही नहीं कस्तूरबा
विद्यालयों में वार्डेन सहित शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षा छह से आठ तक की
नामांकित छात्रएं, शैक्षिक गुणवत्ता, भोजन व स्वच्छता आदि का भी जायजा
लेंगे।
गोरखपुर: कोविड गाइड लाइन
के बीच जिले में कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल बुधवार से खुलेंगे। शासन ने
स्कूलों को खोलने के साथ ही कोविड को लेकर कई अन्य सतर्कता बरतने के भी
निर्देश दिए हैं। निर्देश में स्पष्ट किया गया है कि नामांकन में बच्चों का
आना अनिवार्य नहीं है, सिर्फ अभिभावकों को ही बुलाया जाए। यदि विद्यार्थी
परिवार की सहमति से घर पर ही पढ़ना चाहता है तो उसे अनुमति दी जाए।
निर्देश
में स्पष्ट रूप से स्कूलों में साफ-सफाई व हाथ धोने की व्यवस्था करने को
कहा गया है। कोविड के तहत गठित निगरानी समितियों में जिनके पास डिजिटल
थर्मल स्कैनर व आक्सीमीटर हैं, उनसे इसे मंगवाने और स्कूल के शिक्षक,
शिक्षणोतर कर्मचारी, रसोइया, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व छात्र-छात्रओं के
अभिभावकों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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