वाराणसी। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने सोमवार को
पात्रता पूरी नहीं करने वाले सहायता प्राप्त उच्च प्राथमिक विद्यालयों के
शिक्षकों को दस्तावेज की जांच के बाद वेतन देने का आदेश दिया है। इसके
तहत जिले के विभिन्न सहायता प्राप्त उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ऐसे 16
शिक्षक मिले हैं। जिनकी नियुक्ति को संदिग्ध मानकर साल 2018 से वेतन रुका
हुआ है।
शिक्षा
निदेशक के आदेश के बाद अब इन शिक्षकों बेसिक शिक्षा निदेशक जिले के
विभिन्न ने दिया आदेश, 2018 से रुका है वेतन के प्रमाण पत्रों की जांच
होगी। जिसके बाद शासन से गठित समिति सहायक निदेशकों की रिपोर्ट के बाद वेतन
भुगतान का निर्णय लिया जाएगा। इन शिक्षकों की नियुक्ति 2016 में हुई थी।
वेतन भत्तों का भुगतान सरकार से होता था। कुछ फर्जी शिक्षकों के मिलने के
बाद जब विभाग द्वारा जांच की गई तो पता चला कि नियुक्ति निर्धारित
प्रक्रिया और मापदंड के अनुसार नहीं की गई थी। ऐसे में सरकार ने इनका वेतन
रोक दिया था। वित्त एवं लेखाधिकारी अनूप मिश्रा ने बताया कि विभिन्न सहायता
प्राप्त विद्यालयों में कार्यरत 16 शिक्षकों को संदिग्ध की श्रेणी में रखा
गया है। इनके प्रमाण पत्रों की जांच के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
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