बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर शनिवार को यूपी विधानसभा चुनाव का शंखनाद करते हुए कहा कि इस बार सत्ता में आने पर बेरोजगार नौजवानों को रोटी-रोजी के साधन उपलब्ध करना ही चुनावी मुद्दा होगा।
शिक्षकों
और कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने के लिए अलग से आयोग बनाया जाएगा।
मायावती ने मंच से सभी वर्गों को साधने के लिए कुछ न कुछ करने की जहां
घोषणाएं की, वहीं पर हिंदुत्व की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अयोध्या,
काशी और मथुरा में कार्य जारी रखने का वादा भी किया।
चुनावी
एजेंडा किया साफ: मायावती ने कांशीराम की 15वीं पुण्यतिथि के अवसर पर जेल
रोड स्थित कांशीराम स्मारक स्थल पर आयोजित रैली में यूपी विधानसभा चुनाव को
देखते हुए खूब चुनावी वायदे किए। एक तरह से देखा जाए तो मिशन-2022 को लेकर
पार्टी का एजेंडा पूरी तरह से साफ कर दिया। मायावती ने चुनावी मुद्दों का
ऐलान करते हुए कहा कि युवाओं के साथ ही छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों के
लिए भी उनकी सरकार प्रमुखता से काम करेगी। बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं
बेहतर की जाएंगी। नए मेडिकल कॉलेज की बजाय जिनका निर्माण कार्य चल रहा है,
उनको पूरा कराया जाएगा। बदले की भावनाएं से नहीं रोकेंगे योजनाएं
संबोधन की खास बातें
● शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अलग से आयोग बनाया जाएगा
● रोटी-रोजी के साधन उपलब्ध करना बसपा का चुनावी मुद्दा
● हिंदुत्व कार्ड खेलीं, बोली अयोध्या काशी व मथुरा का विकास होगा
● नए पुल-सड़क बनाने के बजाय पुरानों को पहले दुरुस्त करेंगे
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