फिरोजाबाद: सुपर टेट परीक्षा में आगरा में साल्वर बिठाने वाले गैंग का सरगना टूंडला के जाजपुर प्रावि में सहायक अध्यापक था। आगरा में उसकी गिरफ्तारी की जानकारी आने के बाद गुरुवार को बीएसए ने उसे निलंबित कर दिया है। गिरफ्तार किए गए साल्वर गैंग के सरगना ब्रजराज सिंह उर्फ वीनू की हकीकत सामने आने के बाद शिक्षक वर्ग हैरान है।
थाना
बसई मुहम्मदपुर के गांव फतेहपुर निवासी ब्रजराज सिंह उर्फ वीनू सरकारी
नौकरी में आने से पहले गांव के एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापक था और गांव
में कोचिंग चलाता था। वर्ष 2019 में 79 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा
में चयन के बाद उसकी पहली पो¨स्टग टूंडला के जाजपुर प्राथमिक विद्यालय में
हुई थी। रविवार को सुपर टेट की आगरा के आवास विकास कालोनी स्थित शिवालिक
कैंब्रिज स्कूल में परीक्षा देते हुए खंदौली निवासी भूपेश पकड़ा गया था।
भूपेश ने बताया कि उसे ठेका टूंडला के प्रावि में तैनात वीनू ने दिया था।
सूत्रों के मुताबिक सहायक अध्यापक ब्रजराज को अधिकांश लोग वीनू के नाम से
जानते थे। इसके बाद आगरा एसओजी ने वीनू उर्फ ब्रजराज को गिरफ्तार कर लिया।
बीएसए अंजली अग्रवाल ने बताया कि आगरा में गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के
बाद सहायक अध्यापक की जांच कराई गई। एबीएस की रिपोर्ट के बाद उसे निलंबित
कर दिया गया है। उसके शैक्षणिक अभिलेखों की जांच कराई जा रही है। sarkari result 10th 2019
युवकों
से वसूलता था मोटी रकम: कोचिंग चलाते हुए ब्रजराज सिंह ने साल्वर गैंग
बनाया। इसके लिए वह मेधावी छात्रों को खोजता था और उन्हें मोटी रकम का लालच
देता था। सूत्रों की मानें तो अब तक कई युवकों के स्थान पर दूसरों से
परीक्षा दिलवा चुका है।
हर 15 दिन में बदल लेता
था सिम कार्ड: ब्रजराज के सहयोगी अध्यापकों की मानें तो वह साधारण तरीके से
रहता था। कभी बाइक तो कभी बस से स्कूल जाता था। वह दो मोबाइल रखता था और
हर 15 दिन बाद सिम कार्ड बदल देता था। बताया जा रहा है कि नए सिम कार्ड से
वह साल्वरों से बात करता था।
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