लखनऊ : उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार और मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए शुक्रवार को विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया। निजी क्षेत्र की संस्थाओं की ओर से यह पहल कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत की जा रही है। लोक भवन सभागार में इन योजनाओं का शुभारंभ करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि 2017 से पहले शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग ‘सी’ ग्रेड में थी जो अब ‘ए’ ग्रेड हो गई है। कई वर्षों के बाद सरकारी व अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों के प्रति छात्रों व उनके अभिभावकों का आकर्षण बढ़ा है।
कार्यक्रम
में उप मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 10 हजार शिक्षकों के लिए आनलाइन
प्रशिक्षण योजना का शुभारंभ किया। यह प्रशिक्षण सेठ आनंद राम जयपुरिया
ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से स्थापित सामथ्र्य टीचर्स ट्रेनिंग एकेडमी
आफ रिसर्च की ओर से दिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने इंस्टीट्यूट फार करियर
स्टडीज की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में कुल 2500 सरकारी माध्यमिक
विद्यालयों में करियर परामर्श की सुविधा प्रदान करने की योजना का भी
शुभारंभ किया। इंस्टीट्यूट की संस्थापक निदेशक डा.अमृता दास ने भी जानकारी
दी। इस मौके पर कानपुर के मेसर्स ग्लोबल क्राफ्ट संस्था कि सह-संस्थापक
आशिमा खेतान ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से 1000 अंत्योदय कार्डधारक
परिवारों की छात्रओं को घर में पढ़ाई करने के लिए स्टडी टेबल दी जाएगी।
इस
अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने एचडीएफसी बैंक की ओर 30 राजकीय माध्यमिक
विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के संचालन का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम में
उप मुख्यमंत्री ने 15 छात्रों को टैबलेट वितरित किए। इन सभी संस्थाओं के
प्रतिनिधियों ने उप मुख्यमंत्री को प्रतिबद्धता पत्र सौंपे। कार्यक्रम में
उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, अपर मुख्य सचिव
माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, सिटी मांटेसरी स्कूल के संस्थापक जगदीश
गांधी, सीबीएसई बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली, एचडीएफसी बैंक के
वाइस प्रेसीडेंट अनुपम मिड्ढा, यूपीडेस्को के प्रबंध निदेशक कुमार विनीत
मौजूद थे।
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