पेयजल, स्वच्छता, शौचालय के मामले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले परिषदीय विद्यालय पुरस्कृत किए जाएंगे। इसके लिए कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों की 19 बिंदुओं पर मूल्यांकन कर रेटिंग तय की जाएगी। बेहतर रेटिंग हासिल करने वाले विद्यालय पुरस्कृत होंगे।
गोरखपुर
जिले के 2,514 परिषदीय विद्यालयों में तीन लाख से अधिक विद्यार्थी
अध्ययनरत हैं। हर श्रेणी में न्यूनतम थ्री स्टार रेटिंग हासिल करने वाले
स्कूल पुरस्कार के लिए दावेदारी पेश कर सकेंगे। पेयजल की व्यवस्था, शौचालय,
साबुन से हाथ धोना, संचालन, व्यवहार परिवर्तन, क्षमता निर्माण और कोविड-19
से बचाव के उपाय पर अमल के आधार पर स्कूलों की रेटिंग तय होगी। विभिन्न
श्रेणी में स्व मूल्यांकन कर अंक दर्ज करना है।
कैसे मिलेगा नंबर
स्वच्छ
विद्यालय मानदंडों के मूल्यांकन के बाद स्टार रेटिंग प्रक्रिया का
निर्धारण किया जाएगा। इसके तहत प्रांप्ताक के आधार पर विद्यालय को स्टार
रेटिंग दी जाएगी। पुरस्कार का पात्र बनने के लिए विद्यालय के लिए प्रत्येक
श्रेणी में न्यूनतम तीन स्टार प्राप्त करना अनिवार्य है। 90 से 100 प्रतिशत
अंक पर फाइव स्टार रेटिंग, 75 से 89 प्रतिशत पर चार स्टार, 51 से 74
प्रतिशत पर तीन स्टार प्रदान किया जाएगा। 35 से 50 प्रतिशत पर दो स्टार व
35 प्रतिशत से कम रहने पर एक स्टार रेटिंग प्रदान की जाएगी।
मार्च तक विद्यालय ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे
पुरस्कार
के लिए दावेदारी प्रेरणा एप के माध्यम से मार्च 2022 तक की जा सकती है।
आवेदन ऑनलाइन करना होगा। जिला स्तर पर पुरस्कार के लिए स्कूल का चयन एक
अप्रैल से 15 मई 2022 के बीच किया जाएगा। 22 मई से 30 जून 2022 के बीच
राज्य स्तर के पुरस्कारों के लिए स्कूल का चयन किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर
पर चिह्नित विद्यालयों के सत्यापन के बाद राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयन
किया जाएगा।
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