हमीरपुर। परिषदीय विद्यालयों के करीब 25 हजार बच्चों को सर्दी भर स्वेटर, जूते व मोजे नहीं मिल सके। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 15 हजार से अधिक बच्चों के अभिभावकों के खाते में रुपये भेजे जा चुके हैं। किन्हीं कारण से जो बच्चे रह गए हैं, उनके अभिभावकों के खातों में भी जल्द धनराशि भेजी जाएगी।
बेसिक
शिक्षा विभाग के छात्र छात्राओं को यूनीफार्म, जूता, मोजा, बैग आदि के लिए
1100 रुपये सीधे अभिभावक के खाते में डीबीटी के माध्यम से मिलने थे। ठंड
के चार महीने गुजर जाने के बाद भी जिले के 25296 नौनिहालों को यूनीफार्म
खरीदने का भुगतान नहीं हो सका है। जिससे यह छात्र-छात्राएं बिना यूनीफार्म व
जूते मोजे के बिना विद्यालय ही पहुंच रहे हैं। जनपद में 969 परिषदीय
विद्यालयों में कुल एक लाख 22 हजार 810 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
बीएसए
राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक एक लाख 16 हजार 961
छात्र-छात्राओं के आधार का सत्यापन किया जा चुका है। वहीं 78320 बच्चों का
पैसा भेजा जा चुका है। बताया 3664 छात्रों का सही मिलान न हो पाने के कारण
जांच कराई जा रही है। 3229 छात्रों का डाटा अध्यापकों के पास लंबित है। 967
छात्रों के आधार सत्यापित नहीं हो सके हैं। कहा कि चुनाव के चलते विलंब
हुआ है। अब जल्द ही शेष छात्रों को धनराशि भेजी जाएगी।
महोबा/
पनवाड़ी। परिषदीय स्कूलों के करीब 50 फीसदी बच्चों को सर्दी बीतने के बाद
भी जूते, मूजे और स्वेटन नहीं मिल सके। जिले में कुल 98672 छात्र पंजीकृत
हैं जिसमें अब तक सिर्फ 47612 के खाते में ही डीबीटी पहुंच सकी है।
पनवाड़ी
संवाद के अनुसार विकास खंड में अभिभावकों को अभी भी खाते में रुपये
पहुंचने का इंतजार है। ग्राम पंचायत चौका के स्कूलों का चौका व रावतपुरा के
अधिकांश बच्चों को सर्दियों में स्वेटर नहीं मिल सके। कक्षा 5 की छात्रा
अर्चना व कक्षा 4 सृष्टि ने बताया कि ड्रेस का पैसा नहीं आया है। जिला
समन्वयक सहभागिता शशांक सचान का कहना है कि जिले में 98,672 छात्र पंजीकृत
हैं, जिसमें करीब 47,612 छात्रों के खाते डीबीटी पहुंच चुकी है। जिनके आधार
बैंक खाते से लिंक नहीं है। उनके ही खातों में पैसा नहीं पहुंच पाया है।
फिर कुछ अभिभावक जिले में नहीं हैं, जिस कारण भी पैसा नहीं पहुंच सका है।
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