अव्यवस्थाओं के बीच शिक्षा सत्र शुरू, पहले दिन कम आए बच्चे, तीन हजार शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी
परिषदीय
विद्यालयों में नया शिक्षा सत्र अव्यवस्थाओं के बीच शुक्रवार से शुरू हुआ
बीएसए के रिटायर होने से जहां उनकी कुर्सी खाली हो गई है वहीं विभाग के
करीब तीन हजार शिक्षकों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी है। पहले दिन खंड
शिक्षा अधिकारियों के निरीक्षण को लेकर भी कोई आदेश जारी नहीं हुए। पड़ताल
में तमाम विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही। नई किताबें न आने
से बच्चों को पुरानी किताबें देकर शिक्षा सत्र शुरू करने का दावा विभाग कर
रहा है। जिले में कुल 2636 परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें 1792 प्राथमिक
विद्यालय 475 पूर्व माध्यमिक विद्यालय व 369 कंपोजिट विद्यालय हैं। बीते
सत्र में बच्चों की संख्या चार लाख 10 हजार थी। इस बार भी करीब इतनी ही
संख्या बताई जा रही है। शुक्रवार को नया शिक्षा सत्र शुरू होने से एक दिन
पहले बीएसए अजय कुमार सिंह रिटायर हो गए। उनका प्रभार डीआईओएस को दे दिया
गया है। जबकि डीआईओएस राजेश वर्मा इस समय बोर्ड परीक्षा कराने में व्यस्त
हैं। ऐसी स्थिति में शुक्रवार को नये शिक्षा सत्र के पहले दिन के लिए कोई
खास तैयारी विभाग ने नहीं की थी। केवल यह निर्देश जारी कर दिए गए थे कि
पुरानी किताबों से ही पढ़ाई कराई जाय पहले दिन का जानने के लिए अमर उजाला ने
कई परिषदीय विद्यालयों का हाल देखा।
मसौली ब्लॉक
के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कंपरिंगपुरवा में 93 में से केवल 52 बच्चे ही
मौजूद मिले प्राथमिक विद्यालय त्रिलोकपुर के रजिस्टर में 228 बच्चे दर्ज
मिले, मगर मौके पर केवल 144 बच्चे ही पहुंचे थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय
मूंजापुर में 72 में से 40 बच्चे ही विद्यालय आए थे सिौर ब्लॉक के प्राथमिक
विद्यालय असदामक में दर्ज 82 बच्चों में से 42 ही पहुंचे थे। त्रिवेदीगंज
ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय जलालपुर में पंजीकृत 30 बच्चों में से 15 ही
उपस्थित थे। कई अन्य विद्यालयों में भी बच्चों की उपस्थिति कुछ ऐसी ही थी।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय सुशील कनौजिया ने बताया कि
नामांकन बढ़ाने के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। बच्चों की उपस्थिति
बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
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