लखनऊ। योगी सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पूरे
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अलर्ट घोषित कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश की सीमा से लगे कुछ
राज्यों में बीते कुछ दिनों से कोविड के केसों में बढ़ोतरी देखने को मिल
रही है। एनसीआर के जिलों में भी इसका असर है। गौतमबुद्ध नगर में 70 और
गाजियाबाद में 11 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। ऐसे में पूरे एनसीआर को
अलर्ट मोड में रखा जाए।
मुख्यमंत्री
ने शनिवार को टीम 9 की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध
नगर और गाजियाबाद में कोविड पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैम्पल लेकर जीनोम
सिक्वेंसिंग कराई जाए। इन जिलों के डीएम, सीएमओ से संवाद कर स्थिति की गहन
समीक्षा की जाए। इस बीच, मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने
कार्रवाई शुरू कर दी है। क्षेत्रीय सर्विलांस अधिकारी और उनकी टीम नोएडा
में कैंप कर रही है। वहां से कोविड सैंपल मंगवाए गए हैं।
गौतमबुद्धनगर
में पांच दिनों में 225 केस मिलने के बाद वहां पूरा फोकस है। लोगों से
मॉस्क लगाने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है। एहतियात के
तौर पर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में व्यवस्था चाक-चौबंद रखने को कहा गया
है।
प्रदेश में 507 हुए एक्टिव केस: प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की
संख्या 507 है। पिछले 24 घंटों में 73 हजार 881 कोरोना टेस्ट किए गए,
जिसमें 106 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 37 लोग उपचारित
होकर कोरोना मुक्त भी हुए। मुख्यमंत्री ने पूरी सावधानी और सतर्कता बरते
जाने के निर्देश दिए हैं।
700 निजी टीकाकरण केंद्र पर लगवाया जा सकता है बूस्टर डोज: मुख्यमंत्री ने
कहा कि 18+ आयु के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने के कार्य में तेजी की
अपेक्षा है। 700 निजी टीकाकरण केंद्र पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन
टीकाकरण केंद्रों और बूस्टर डोज की महत्ता के बारे में आमजन को जागरूक किया
जाए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकवर से
वंचित न रहे। संचारी रोग और दस्तक अभियान को पूरी तत्परता के साथ संचालित
किया जाए। बरेली मंडल में मलेरिया पर फोकस रखें तो आगरा, लखनऊ मंडलों में
डेंगू से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाएं। पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के
लिए घर-घर लोगों से संपर्क कर जागरूक करें।
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