श्रावस्ती (Shravasti) में पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पहुंचकर स्कूल चलो अभियान (School Chalo Abhiyan) की शुरुआत की थी. इस दौरान श्रावस्ती की शिक्षा को उच्च स्तर पर लाने की बात कही थी. वैसे तो स्कूल चलो अभियान पूरे प्रदेश के लिए था लेकिन श्रावस्ती की शिक्षा नीति आयोग के हिसाब से शून्य पायदान पर है. इसलिए मुख्यमंत्री खुद श्रावस्ती पहुंचे और यहां से इस अभियान की शुरुआत की. सीएम ने यहां के अध्यापकों को प्रेरित करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का नामांकन हो और स्कूल में उच्च शिक्षा देने का काम किया जाए. लेकिन मुख्यमंत्री की यह बात उल्टी साबित हुई है.
क्या है हाल
जहां
एक तरफ सीएम योगी प्रदेश के साथ-साथ श्रावस्ती की भी शिक्षा स्तर को
बढ़ाने में लगे हैं. वहीं इस तपती गर्मी में गिलौला ब्लॉक के अमवा उच्चतर
माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक कमरों में सोते हुए दिखाई दिये. वैसे तो यहां
पर बच्चों की नामांकन संख्या 219 है, लेकिन 200 बच्चे सोमवार को स्कूल
नहीं पहुंचे थे. सिर्फ 19 बच्चों के उपस्थित होने की अध्यापक बात कह रहे
थे. वह भी 19 बच्चे स्कूल में नहीं दिखाई दिए, कमरे खाली थे और कमरों की
बेंच पर मास्टर साहब आराम फरमाते हुए दिखाई दे रहे थे.
शिक्षकों ने क्या दिया जवाब
दूसरी
तरफ स्कूल के कार्यालय पर जब नजर गई. तो कार्यालय में दो अध्यापक इस उमस
भरी गर्मी को दूर करने के लिए सोते हुए नजर आये. जब उनसे पूछा गया तो दोनों
का एक ही जवाब था सर में दर्द हो रहा था तो नींद आ गई. अब सवाल है जब
शिक्षकों ने स्कूल को आरामगाह बना लिया. छात्रों के भविष्य को कौन जगाएगा
और मुख्यमंत्री के सपने को कैसे पूरा किया जाएगा.
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