प्रयागराज , सर्वसुविधा युक्त फाइव स्टार होटलों के बारे में आपने सुना होगा। उसमें समय भी व्यतीत किया होगा। उसी की तर्ज पर स्कूलों की स्टार ग्रेडिंग की जाएगी। उत्कृष्ट स्कूलों को फाइव स्टार ग्रेडिंग देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार योजना का आयोजन किया जा रहा है। इसमें जल व्यवस्था और स्वच्छता को प्रोत्साहित करने के साथ आधारभूत जरूरतों की जांच होगी। इसे राज्य परियोजना निदेशक की ओर से कराया जाएगा। प्रदेश के सभी 132915 परिषदीय स्कूल, 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय प्रतिभाग करेंगे।
निजी
स्कूल भी आवेदन कर सकते हैं। प्रयागराज के कुल 2852 परिषदीय व 20 कस्तूरबा
विद्यालयों का भी सर्वे हो रहा है। इनमें 1852 प्राथमिक और 1000 उच्च
प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय शामिल हैं। जिले से 38 श्रेष्ठ विद्यालय चुने
जाने हैं। इनमें से 14 का चयन कर प्रदेश स्तर की प्रतियोगिता में भी शामिल
कराया जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों की ग्रेडिंग भी होगी। स्कूलों के सर्वे
में देखा जा रहा है कि पर्याप्त स्वच्छ जल, शौचालय में पानी की व्यवस्था,
हाथ धुलने के लिए पानी, बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग क्रियाशील मूत्रालय,
दिव्यांग विद्यार्थियों, अध्यापकों व कर्मियों के लिए शौचालय है या नहीं।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूल में हाथ धुलने के लिए साबुन,
हैंडवाश के लिए मल्टीपल टोटी होना भी जरूरी है। कूड़ा निस्तारण के साथ
पर्यावरणीय सफाई का भी मूल्यांकन किया जा रहा है। मिड डे मील बनाने वाले
रसोइयों के कार्य व्यवहार का भी परीक्षण प्रतियोगिता का हिस्सा है।
कोविड-19 से बचाव संबंधी उपायों को लेकर भी व्यवस्था जांची जा रही है।
विद्यालयों
को देने हैं 59 प्रश्नों के उत्तर राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा
अभियान की तरफ से जारी पत्र में निर्देशित है कि प्रतियोगिता में शामिल
विद्यालयों की वस्तुस्थिति का निर्धारण के लिए 59 प्रश्न तय किए गए हैं।
प्रत्येक प्रश्न के लिए अगल अलग अंक हैं। जैसे जल व्यवस्था के मूल्यांकन के
लिए कुल 22, शौचालय के लिए 27, साबुन से हाथ धुलने के लिए 14, संचालन एवं
रख रखाव के लिए 21 अंक निर्धारित हैं। इसी क्रम में व्यवहार परिवर्तन एवं
क्षमता निर्माण के लिए 11, कोविड 19 से बचाव के उपाय के लिए 15 अधिकतम अंक
तय हैं। सभी को मिलाकर देखें तो 110 अंकों में मूल्यांकन होना है। बाद में
विद्यालयों को एक से लेकर पांच तक की ग्रेडिंग भी दी जाएगी। सब से अच्छे
स्कूल को फाइव स्टार मिलेंगे।
स्टार ग्रेडिंग के
मानक जो विद्यालय 90 से 100 प्रतिशत मानक पूरा करेंगे उन्हें फाइव स्टार
दिया जाएगा। उन्हें उत्कृष्ट लिखते हुए इसे बनाए रखने की टिप्पणी दी जाएगी।
75 से 89 प्रतिशत अंक पाने वाले फोर स्टार बनेंगे, उनके लिए बहुत अच्छा
लिखा जाएगा। 51 से 74 प्रतिशत अंक पाने वाले स्कूलों को तीन स्टार मिलेंगे।
यह भी टिप्पणी होगी कि अच्छा, परंतु यहां थोड़े और सुधार की आवश्यकता है।
35 से 50 प्रतिशत अंक पाने वालों को दो स्टार दिए जाएंगे। उनके लिए अच्छा
और सुधार की संभावना है लिखा जाएगा। 35 प्रतिशत से कम अंक पाने वालों को एक
स्टार मिलेगा। उन्हें खराब एवं विचारणीय, सुधार की आवश्यकता है लिखा
जाएगा।
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