
आरटीआई से मांगी गई जानकारी
में एनसीटीई के क्षेत्रीय निदेशक ने स्पष्ट किया है कि बीएड सत्र 2011-12
में शामिल वह अभ्यर्थी जो 2011 में टीईटी पास कर लिए थे, वह पूरी तरह से
अर्ह हैं। आरटीई से जानकारी मांगने वाले इन
अभ्यर्थियों ने 2011-2012 में
बीएड परीक्षा में शामिल होने का हवाला देकर
टीईटी के लिए आवेदन कर दिया था। इस दौरान बीएड का परिणाम आने से पहले ही
टीईटी पास कर लिया। बीएड परिणाम बाद में आने के कारण टीईटी कराने वाली
संस्था यूपी बोर्ड ने प्रमाण पत्र जारी करने से मना कर दिया था।
News Source- Amar Ujala
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