निजी बीटीसी कॉलेजों में फीस की विसंगतियां इसी माह दूर करने की
तैयारी है। जानकारों की मानें तो नई फीस 46,000 से 50,000 रुपये के आसपास
होगी। इसके बाद फ्री और पेड सीट की फीस व्यवस्था समाप्त कर दी जाएगी। फीस निर्धारण समिति 19 अगस्त को होने वाली बैठक में इस पर मुहर लगा
सकती है।
निजी कॉलेजों में फीस की इस विसंगति को लेकर छात्र काफी परेशान हैं। इसलिए नए सिरे से फीस तय करने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय कमेटी बनी है। कमेटी की एक बार बैठक हो चुकी है। दूसरी बैठक 19 अगस्त को बुलाई गई है।
निजी कॉलेजों में ली जा रही मनमानी फीस
प्रदेश में मौजूदा समय 696 बीटीसी कॉलेजों में 34,800 सीटें हैं। निजी कॉलेजों में फीस की दो श्रेणियां हैं। पहला फ्री सीट जिसकी फीस 22,000 रुपये और दूसरी पेड सीट जिसकी फीस 44,000 रुपये है। इसके
बाद भी कॉलेज प्रबंधन दाखिला लेने वाले छात्रों से छात्रावास और मेस के
नाम पर करीब 20,000 से 30,000 रुपये तक ऊपर से वसूल लेते हैं।
दूसरी बैठक 19 अगस्त को
निजी कॉलेजों में फीस की इस विसंगति को लेकर छात्र काफी परेशान हैं। इसलिए नए सिरे से फीस तय करने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय कमेटी बनी है। कमेटी की एक बार बैठक हो चुकी है। दूसरी बैठक 19 अगस्त को बुलाई गई है।
रति छात्र कुल खर्च के आधार पर फीस
जानकारों की मानें तो फीस 46,000 से 50,000 रुपये के आसपास निर्धारित करने पर सहमति बनी है। फीस का निर्धारण कॉलेजों द्वारा कुल खर्च को प्रति छात्र के हिसाब से बांटते हुए किया गया है।इसके लिए लखनऊ के एक अल्पसंख्यक कॉलेज के खर्च को आधार बनाया गया है। हालांकि, अंतिम मुहर समिति की 19 अगस्त की बैठक में लगेगी।
News Source - Amar Ujala
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