प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए
पहले चरण की काउंसलिंग फीकी रही। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद (एससीईआरटी) को सभी जिलों से काउंसलिंग का ब्यौरा मिल गया है।
इसके मुताबिक पहले चरण में मात्र सात फीसदी अभ्यर्थियों ने ही प्रमाण पत्रों का मिलान कराया है। इसे देखते हुए एससीईआरटी को कई चरणों में काउंसलिंग करानी पड़ सकती है।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह को निर्देश दिया है कि वे एनआईसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर दूसरे चरण की काउंसलिंग जल्द कराने की तिथि घोषित करें।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है, जो जल्द से जल्द पूरी की जानी है।
इसके मुताबिक पहले चरण में मात्र सात फीसदी अभ्यर्थियों ने ही प्रमाण पत्रों का मिलान कराया है। इसे देखते हुए एससीईआरटी को कई चरणों में काउंसलिंग करानी पड़ सकती है।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह को निर्देश दिया है कि वे एनआईसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर दूसरे चरण की काउंसलिंग जल्द कराने की तिथि घोषित करें।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की है, जो जल्द से जल्द पूरी की जानी है।
मेरिट तय करने में जुटे निदेशक
भर्ती के लिए पूरे प्रदेश में करीब 69 लाख आवेदन आए हैं। एससीईआरटी
ने मेरिट जारी करते हुए पहले चरण की काउंसलिंग 29, 30 और 31 अगस्त को कराई।
पहले चरण में अधिकतर जिलों में काफी कम अभ्यर्थी पहुंचे। इसलिए एससीईआरटी जल्द ही दूसरे चरण की काउंसलिंग की तैयारी कर रही है।
एससीईआरटी के निदेशक एनआईसी अधिकारियों के साथ बैठक कर रिक्त पदों के आधार पर मेरिट तय कराने में जुट गए हैं। मेरिट तय होते ही इसे ऑनलाइन करने के साथ दूसरे चरण की काउंसलिंग शुरू करा दी जाएगी।
इसके लिए डायटों से पहले चरण की काउंसलिंग में शामिल होने वालों और रिक्त पदों का ब्यौरा मांगा है। उधर, स्नातक में 45 फीसदी अंक वालों और दूरस्थ शिक्षा से बीएड करने वालों को शामिल करने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।
पहले चरण में अधिकतर जिलों में काफी कम अभ्यर्थी पहुंचे। इसलिए एससीईआरटी जल्द ही दूसरे चरण की काउंसलिंग की तैयारी कर रही है।
एससीईआरटी के निदेशक एनआईसी अधिकारियों के साथ बैठक कर रिक्त पदों के आधार पर मेरिट तय कराने में जुट गए हैं। मेरिट तय होते ही इसे ऑनलाइन करने के साथ दूसरे चरण की काउंसलिंग शुरू करा दी जाएगी।
इसके लिए डायटों से पहले चरण की काउंसलिंग में शामिल होने वालों और रिक्त पदों का ब्यौरा मांगा है। उधर, स्नातक में 45 फीसदी अंक वालों और दूरस्थ शिक्षा से बीएड करने वालों को शामिल करने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।
दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्राइमरी स्कूलों में भर्ती होने वाले प्रशिक्षु शिक्षकों को छह माह
का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन माह का सैद्धांतिक और तीन माह का
क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
हुई थी मनमानी
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के स्पष्ट निर्देश के बाद भी डायट प्राचार्य मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।
एससीईआरटी
ने 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए 27 सितंबर 2011 को जारी
शासनादेश में दी गई व्यवस्था के आधार पर आवेदकों को पात्र मानते हुए
काउंसलिंग का निर्देश दिया था।
इसमें स्पष्ट कहा गया है कि न्यूनतम 45 फीसदी अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए पात्र होंगे।
इसके बावजूद डायट 45 फीसदी अंक वालों को काउंसलिंग में शामिल नहीं कर रहे हैं, जिसको लेकर पूरे प्रदेश में बखेड़ा मचा है।
News Source- Amar Ujala
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