बेसिक टीचर्स ट्रेनिंग यानी बीटीसी के पाठ्यक्रम में फिर बदलाव हुआ है। इस
प्रशिक्षण कार्यक्रम की सेमेस्टरवार पाठ्यवस्तु वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी
गई है, ताकि सभी प्रशिक्षुओं एवं शिक्षकों को आसानी से उपलब्ध हो सके।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) उप्र लगातार अच्छे
शिक्षक तैयार करने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव और संशोधन पर जोर दे रहा है।
1सूबे में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए युवा
को BTC होना जरूरी है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पुराने पाठ्यक्रम एवं
परीक्षा पैटर्न को बदलाव पर पिछले कई वर्षो से काम चल रहा है। एससीईआरटी के
निर्देश पर राज्य शिक्षा संस्थान ने दो साल पहले पाठ्यक्रम में आमूलचूल
परिवर्तन किया था। ग्रेडिंग के साथ ही परीक्षा में प्रश्नपत्रों की संख्या
बढ़ी और ऐसा प्रश्नपत्र तैयार किया गया कि बिना उम्दा तैयारी के इम्तिहान
उत्तीर्ण करना आसान नहीं था। यह पाठ्यक्रम बीटीसी सत्र 2013 से लागू हुआ।
पाठ्यक्रम में बदलाव का ही असर था कि 2016 में आए परिणाम में बड़ी संख्या
में प्रशिक्षु परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए। इतना होने के बाद भी पाठ्य
वस्तु में संशोधनों की प्रक्रिया रुकी नहीं है। jagran
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बीटीसी के पाठ्यक्रम में फिर बदलाव
12 February, 2017
बीटीसी के पाठ्यक्रम में फिर बदलाव
बेसिक टीचर्स ट्रेनिंग यानी बीटीसी के पाठ्यक्रम में फिर बदलाव हुआ है। इस
प्रशिक्षण कार्यक्रम की सेमेस्टरवार पाठ्यवस्तु वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी
गई है, ताकि सभी प्रशिक्षुओं एवं शिक्षकों को आसानी से उपलब्ध हो सके।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) उप्र लगातार अच्छे
शिक्षक तैयार करने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव और संशोधन पर जोर दे रहा है।
1सूबे में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षक बनने के लिए युवा
को BTC होना जरूरी है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पुराने पाठ्यक्रम एवं
परीक्षा पैटर्न को बदलाव पर पिछले कई वर्षो से काम चल रहा है। एससीईआरटी के
निर्देश पर राज्य शिक्षा संस्थान ने दो साल पहले पाठ्यक्रम में आमूलचूल
परिवर्तन किया था। ग्रेडिंग के साथ ही परीक्षा में प्रश्नपत्रों की संख्या
बढ़ी और ऐसा प्रश्नपत्र तैयार किया गया कि बिना उम्दा तैयारी के इम्तिहान
उत्तीर्ण करना आसान नहीं था। यह पाठ्यक्रम बीटीसी सत्र 2013 से लागू हुआ।
पाठ्यक्रम में बदलाव का ही असर था कि 2016 में आए परिणाम में बड़ी संख्या
में प्रशिक्षु परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए। इतना होने के बाद भी पाठ्य
वस्तु में संशोधनों की प्रक्रिया रुकी नहीं है। jagran
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