सूबे के सभी मण्डल स्तरीय अधिकारियों ने स्कूल खुलने के साथ
ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है, इसमें
शिक्षकों को आगाह किया गया है कि आधार नम्बर नहीं देने वाले शिक्षकों की
तनख्वाह आहरित नहीं की जा सकेगी। इसके लिए उन्हें स्कूल खुलने के तीन दिनों
के भीतर आधार नम्बर मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है। आधार नम्बर को
बैंक खातों और पैन कार्ड से लिंक कराने की व्यवस्था विभाग में लागू है।
इसके बाद भी अभी कुछ जिलों में शिक्षकों ने अपना आधार नम्बर विभाग को
मुहैया नहीं कराया है। इसके चलते उनकी तनख्वाह का अब अगस्त में भुगतान रोका
जा सकता है।
मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक ने लखनऊ मण्डल के सभी
बीएसए को परिपत्र जारी कर उन्हें कड़ाई से निर्देशों को लागू कराने को कहा
है। इसके साथ ही इसकी जानकारी विभागीय आला अधिकारियों को भी भेज दी है।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैलरी डाटा व मानव सम्पदा
प्रबंधन पण्राली की फीडिंग के दौरान पाया गया है कि अधिकांश शिक्षकों ने
आधार संख्या का समावेश नहीं किया है।
पहली जुलाई को ही सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने विकास क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों व कार्मिकों की मानव सम्पदा प्रबंधन पण्राली व सेलरी डाटा फीडिंग को पूरा कराने को कहा गया था, लेकिन अब उन्हें तीन दिनों की मोहलत दी गयी है। इन तीन दिनों में सभी शिक्षकों को अपने आधार नम्बरों का अंकन कराना होगा।
पहली जुलाई को ही सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने विकास क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों व कार्मिकों की मानव सम्पदा प्रबंधन पण्राली व सेलरी डाटा फीडिंग को पूरा कराने को कहा गया था, लेकिन अब उन्हें तीन दिनों की मोहलत दी गयी है। इन तीन दिनों में सभी शिक्षकों को अपने आधार नम्बरों का अंकन कराना होगा।
राजधानी सहित महानगरों के शहरी हिस्से में आने वाले शिक्षकों
ने तो आधार संख्या का अंकन करा दिया है, लेकिन सुदूर जिलों व ग्रामीण
क्षेत्रों के शिक्षकों ने अभी तक यह काम नहीं कराया है, ऐसे में शासन की
कड़ाई के चलते उन्हें अपनी पगार के लिए मशक्कत करनी पड़ सकती है।
0 comments:
Post a Comment