07 September, 2017

सरकार के निर्णय को शिक्षामित्रों ने किया खारिज, शिक्षामित्रों का आंदोलन तेज करने का फैसला

नियमित करने के स्थान पर वर्ष में 11 महीने तक 10 हजार रुपये मानदेय देने के प्रदेश सरकार के फैसले पर शिक्षामित्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिक्षामित्रों ने गुरुवार से आंदोलन तेज करने का ऐलान किया है। वहीं शासन सख्त के मूड में दिख रहा है। प्रदेश कैबिनेट के फैसले की जानकारी मिलते ही शिक्षामित्रों ने अपना विरोध दर्ज करा दिया था।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि 23 अगस्त व 30 अगस्त को शिक्षामित्र संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में किए गए वादे पर अमल नहीं हुआ। वार्ता में एक कमेटी बनाने का भी फैसला हुआ था लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आने से पहले ही प्रदेश सरकार ने 10 हजार रुपये मानदेय देने का फैसला ले लिया। इस फैसले से शिक्षामित्र आहत हैं। विरोध स्वरूप बुधवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कैबिनेट के फैसले की प्रतियां जलाई गईं और प्रदर्शन किया गया। गुरुवार को जिला मुख्यालयों पर एकत्र होकर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ शिक्षामित्रों के अन्य संगठन भी अलग-अलग आंदोलन कर रहे हैं। कुछ जिलों में शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय में ताला जड़ दिया। कुछ जिलों में शिक्षामित्रों ने गिरफ्तारी भी दी। यह आंदोलन कल भी जारी रहेगा। उधर शासन ने सभी जिलों को आंदोलन से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है।


 शिक्षामित्रों को दस हजार रुपये मानदेय मंजूर नहीं, सरकार के निर्णय को शिक्षामित्रों ने किया खारिज
 लखनऊ : प्रदेश सरकार के शिक्षामित्रों के आश्रम पद्धति की तर्ज पर समान कार्य समान वेतन देने की बजाय दस हजार रुपये महीने मानदेय देने के सरकार के निर्णय को खारिज कर दिया। इस निर्णय से शिक्षामित्रों का गुस्सा भड़क गया है। आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि किसी भी सूरत में दस हजार रुपये मानदेय का सरकार का निर्णय स्वीकार नहीं है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव के साथ बैठकों में शिक्षामित्र संगठनों के नेता पहले ही इसको खारिज कर चुके हैं। सरकार के अधिकारी जानबूझ कर स्थिति को विस्फोटक बना रहे हैं, ताकि सीएम की साख प्रभावित हो। उन्होंने कहा कि अब तो पांच आईएएस अधिकारियों की बनी समिति पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही माध्यमिक शिक्षक संघ, शिक्षक कर्मचारी समन्वय समिति और उत्तर प्रादेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेताओ के साथ बैठक कर राज्यव्यापी आन्दोलन का एलान किया जाएगा। श्री शाही ने बताया कि सरकार के इस निर्णय की जानकारी मिलने पर इलाहबाद के होलागढ़ के पुरु षोत्तम पुर मलकिया की समायोजित शिक्षिका ने अपनी जान दे दी है।

शिक्षामित्रों का आंदोलन तेज करने का फैसला
लखनऊ  :  सरकार की ओर से दस हजार मानदेय की घोषणा से शिक्षामित्रों में आक्रोश है। बुधवार को ज्यादातर जिलों में प्रदर्शन कर विरोध किया गया। सीतापुर में दोपहर बाद बीएसए कार्यालय में ताला जड़कर बीएसए व कर्मचारियों को तीन घंटे तक बंधक बनाया गया। शाम साढ़े पांच बजे सिटी मजिस्ट्रेट ने ताला खुलवाया।

सुलतानपुर में सीएम योगी की फाड़ी होर्डिंग: सुलतानपुर मे ंसंयुक्त शिक्षामित्र संघर्ष समिति के बैनर तले शिक्षामित्रों ने स्कूलों में तालबंदी कर तिकोनिया पार्क में विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। शिक्षामित्रों ने कलेक्ट्रेट और विकास भवन के अन्दर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से लगाई गई सीएम की होर्डिंग को को फाड़कर उसे आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू की है। बलरामपुर, श्रवस्ती, गोण्डा, बाराबंकी, फैजाबाद, रायबरेली, अमेठी, बहराइच, मुरादाबाद में भी शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया।

अम्बेडकरनगर में शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन के दौरान एक युवक की इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उसने सरकार के आदेश को जायज बताया था।

हिरासत में लिए गए सीएम से मिलने पर अड़े शिक्षामित्र: बुधवार को इलाहाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की जिद पर अड़े शिक्षामित्रों को हिरासत में ले लिया गया।

कानपुर में सीएम का होगा विरोध: शिक्षामित्र गुरुवार से तीसरे चरण का आंदोलन शुरू करेंगे। सीएम के कानपुर आगमन पर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। इसमें चार जनपदों के शिक्षामित्र शामिल होंगे।

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