आजमगढ़। डेढ़ दशक से अधिक समय से Basic Shiksha मे काम कर रहे शिक्षा मित्र समायोजन रद्द होने के बाद से लगातार सुरक्षित एवं स्थायी रोजगार के लिए प्रयासरत रहे हैं नयी राष्ट्रीय शिक्षानीति से उन्हें काफी उम्मीद थी लेकिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी मसौदे मे अपना जिक्र न होने से अपने लिए स्थायी रोजगार की मांग को लेकर एक बार पुनः प्रयास तेज कर दिये हैं अब तक जनपद के सैकड़ों शिक्षामित्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया।
शिक्षा मित्रों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन का अमूल्य समय विभाग को दिया तथा हम सभी के पास अट्ठारह वर्षों का शिक्षण अनुभव एवं हम स्नातक के साथ बी टी सी प्रशिक्षित भी हैं इसलिए हमे नयी शिक्षा नीति मे स्थान देते हुए हमे नियमित किया जाए शिक्षामित्र नेता अनिल विश्वकर्मा ने कहा की देश भर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नयी शिक्षा नीति के मसौदे पर 31 जुलाई तक सबकी राय मांगी गयी है जिसके क्रम मे शिक्षामित्र भी अपनी राय भेजते हुए अपने लिए स्थायी रोजगार की मांग कर रहे हैं उन्होंने जनपद के सभी शिक्षा मित्रों से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र के माध्यम से अपनी बात रखने की अपील की.
शिक्षा मित्रों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन का अमूल्य समय विभाग को दिया तथा हम सभी के पास अट्ठारह वर्षों का शिक्षण अनुभव एवं हम स्नातक के साथ बी टी सी प्रशिक्षित भी हैं इसलिए हमे नयी शिक्षा नीति मे स्थान देते हुए हमे नियमित किया जाए शिक्षामित्र नेता अनिल विश्वकर्मा ने कहा की देश भर से मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा नयी शिक्षा नीति के मसौदे पर 31 जुलाई तक सबकी राय मांगी गयी है जिसके क्रम मे शिक्षामित्र भी अपनी राय भेजते हुए अपने लिए स्थायी रोजगार की मांग कर रहे हैं उन्होंने जनपद के सभी शिक्षा मित्रों से मानव संसाधन विकास मंत्रालय को पत्र के माध्यम से अपनी बात रखने की अपील की.
0 comments:
Post a Comment