संतकबीर नगर : बेसिक शिक्षा विभाग में 153 परिषदीय विद्यालय को माडल 
बनाया गया। तीन चरणों में कुल 142 प्राथमिक व 11 उच्च प्राथमिक विद्यालय का
 चयन हुआ। लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के बाद भी शिक्षकों की तैनाती नहीं 
हो सकी। इसकी वजह से गिने चुने माडल विद्यालयों में ही अंग्रेजी माध्यम से 
बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
जनपद
 में पूर्व में खलीलाबाद स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम व नगर पंचायत 
मेंहदावल के ब्लाक संसाधन केंद्र परिसर में चलने वाले विद्यालय को माडल का 
दर्जा दिया गया था। वर्ष 2019 में सभी नौ ब्लाक में पांच-पांच कुल (45 
)प्राथमिक विद्यालय और शामिल किए गए थे। फिर तीसरे चरण में 50 प्राथमिक व 
11 उच्च प्राथमिक विद्यालय को माडल की सूची में शामिल करके शिक्षकों की 
तैनाती की प्रक्रिया शुरू हुई। ब्लाक बदलने की संभावना को लेकर शिक्षकों ने
 इन विद्यालयों में पढ़ाने की रूचि दिखाई। साक्षात्कार में ब्लाक न बदले 
जाने पर अनेकों ने किनारा कस लिया। जो शेष बचे वह अभी भी तैनाती के इंतजार 
में है। संबंधित विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती न होने से माडल के तर्ज
 पर कक्षाएं नहीं चल सकी। पिछले वर्ष 250 विद्यालयों का संविलियन होने से 
कई माडल विद्यालय भी इसमें शामिल हो गए।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश 
कुमार ने बताया कि शिक्षकों की संख्या कम होने से माडल विद्यालयों में मानक
 के तहत शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी है। माडल विद्यालय चल रहे हैं। 
प्राथमिक में अंग्रेजी, गणित व भाषा के शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है। 
शिक्षकों की तैनाती से समस्या दूर हुई है। बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के 
लिए जो भी आवश्यक होगा,किया जाएगा।

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