बरेली। गरीब बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी के बावजूद बेसिक शिक्षा विभाग निर्विवाद रूप से उन सरकारी विभागों में है जहां भ्रष्टाचार की सर्वाधिक शिकायतें हैं। हद यह है कि भ्रष्टाचार से जूझ रही एक महिला शिक्षक को जान के लाले पड़ गए हैं। मंगलवार को बीएसए से फरियाद करने उनके दफ्तर पहुंची यह शिक्षक अपने ही स्कूल के स्टाफ की ज्यादती और भ्रष्टाचार की दास्तां सुनाते-सुनाते बिलख पड़ी।
भोजीपुरा
ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अटा जटान स्कूल में तैनात शिक्षक स्वाति
अग्रवाल मंगलवार को अपने पिता के साथ बीएसए कार्यालय पहुंची। उन्होंने
बीएसए को बताया कि स्कूल में भ्रष्टाचार का विरोध करना उनके लिए इतना भारी
पड़ रहा है कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। उन्हें शक है
कि धमकियां देने के साथ उनकी हत्या की साजिश भी रची जा रही है। वह पूरा
मामला खंड शिक्षाधिकारी को बता चुकी हैं लेकिन वह भी खामोश हैं। उनकी
शिकायत पर पुलिस भी कोई शिकायत नहीं कर रही है।
स्वाति
ने बीएसए को बताया कि उनके स्कूल में छात्र-छात्राआें की उपस्थिति दर्ज
करने में भारी फर्जीवाड़ा किया जाता है। बच्चों की संख्या बढ़ा दी जाती है।
स्कूल के रिकॉर्ड पर मैजिक पेन का भी इस्तेमाल होता है। बिना छुट्टी गायब
होने के लिए भी स्टाफ मैजिक पैन का सहारा लेते है। रजिस्टर में मैजिक पैन
से सीएल चढ़ा दी जाती है, उस दिन कोई अधिकारी निरीक्षण पर नहीं आता तो अगले
दिन सीएल मिटाकर उपस्थिति दर्ज कर दी जाती है।
पीड़ित शिक्षक ने
बताया कि उन्होंने इसका विरोध किया तो स्टाफ ने उन्हें भी ऐसा ही करने के
लिए कहा। उन्होंने इनकार कर दिया तो उन्हें लगातार परेशान किया जाने लगा।
अब पूरा स्टाफ उन्हें धमकियां देता है। उन्हें अंदेशा है कि उन्हें मारने
की भी साजिश रची जा रही है।
शिक्षक की शिकायत की
जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसमें मैं भी हूं। बुधवार को खुद
स्कूल जाकर गांव वालों और बच्चों के बयान लूंगा। शिक्षकों की उपस्थिति
जीपीएस के माध्यम से दर्ज कराने की व्यवस्था करूंगा। मंगलवार को हेडमास्टर
और शिक्षकों को भी कार्यालय बुलाया था। - विनय कुमार, बीएसए
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