मंदिरों-मस्जिदों से उतारे गए लाउडस्पीकर अब विद्यालयों की प्रार्थना
सभाओं में गूंजेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील पर बृहस्पतिवार को
शहर की मस्जिदों और मंदिरों से उतारे गए लाउडस्पीकरों को स्कूल-कॉलेजों को
दान किया गया। इसके लिए दोनों संप्रदायों के धर्मगुरुओं ने एक साथ पहल की
और अफसरों की मौजूदगी में लाउडस्पीकर दान किए गए।
धार्मिक
स्थलों से उतारे गए लाउडस्पीकर दान करने की शुरुआत बृहसप्तिवार को शहर के
बहादुरगंज मुहल्ले की शाही मस्जिद से हुई। बहादुरगंज दायरा की इस शाही
मस्जिद से उतारे गए अतिरिक्त लाउडस्पीकरों को नूरजहां बालिका इंटर कॉलेज को
दान कर दिया गया। पुलिस और प्रशासन के अफसरों की मौजूदगी में शाम सात बजे
लाउडस्पीकर दान किया गया।
बहादुरगंज की शाही
मस्जिद के पेश इमाम अली मियां और सीओ फर्स्ट सत्येंद्र तिवारी की मौजूदगी
में नूरजहां बालिका इंटर कॉलेज के मैनेजर हाजी अशफाक साहब को दो लाउड
स्पीकर दिया गया। अब ये दोनों लाउडस्पीकर कॉलेज की प्रार्थना सभा के दौरान
बजाए जाएंगे। इसके अलावा विद्यालय में होने वाले अन्य आयोजनों में भी इनका
इस्तेमाल किया जाएगा।कल्याणी देवी से उतारे गए भोपू दिए गए वेद विद्यालय
मेंइस मौके पर परवेज अख्तर अंसारी, इरशाद उल्ला समेत कई लोग मौजूद रहे।
उधर, महाशक्तिपीठ मां कल्याणी देवी मंदिर से उतारे गए लाउडस्पीकर भी
दारागंज के वेद विद्यालय को दान कर दिए गए। अफसरों की मौजूदगी में रात करीब
आठ बजे माम कल्याणी देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष पं. सुशील पाठक ने दो
लाउडस्पीकरों को दारागंज के संस्कृत वेद विद्यालय को दान किया। वेद ऋचाओं
के सस्वर गान में अब इन लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
मंदिर
समिति के अध्यक्ष ने बताया की सीएम योगी की अपील से प्रभावित होकर
उन्होंने मंदिर से उतारे गए लाउडस्पीकरों को वेद विद्यालय को दान करवाया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कोर्ट के आदेश के बाद सीएम योगी की पहल पर शहर
के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे गए थे। तब मंदिर हों या फिर मस्जिद,
हर धर्मस्थलों से मौलवी-मुतवल्लियों और पुजारियों ने लाउडस्पीकर अपनी
स्वेच्छा से उतरवा दिया था। इसके अलावा बड़ी संख्या में लाउडस्पीकर की आवाज
कम कर दी गई थी।
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