बीएसए ने उच्च प्राथमिक विद्यालय दसियां का निरीक्षण किया। सहायक अध्यापक धर्मेंद्र दुबे लंबे समय से अनुपस्थित थे। छात्र-छात्राओं को पाठ्य-पुस्तकों का वितरण तक नहीं हुआ था। बच्चे बिना यूनिफॉर्म के नजर आए। कंपोजिट विद्यालय पनगाह नगला में पंजीकृत 216 में सिर्फ 47 छात्र-छात्राएं उपस्थित मिले। पिछले तीन दिनों में एमडीएम पंजिका में 95-100 तक उपस्थिति दर्ज मिली। इसे संदेहास्पद पाते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक शैलेंद्र सिंह का वेतन रोक लिया।
उच्च प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर गनेशपुर में प्रभारी प्रधानाध्यापक हरेंद्र पाल सिंह गैरहाजिर मिले। सहायक अध्यापक आशिक खां भी लंबे समय से अनुपस्थित थे। छात्र-छात्राओं की संख्या 38 के सापेक्ष दो थी। पिछले तीन दिनों से एमडीएम पंजिका में 25 से 26 तक विद्यार्थियों की संख्या दर्ज की गई थी। विद्यालय में कंडे भी रखे थे और अंगीठी पर खाना बनते मिला। राशन के नाम पर मात्र आटा था। उसमें भी कीड़े थे। इस पर प्रभारी प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक का वेतन रोकने के साथ ही कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
प्राथमिक विद्यालय ज्योतियां में न शिक्षक थे और न ही छात्र-छात्राएं। शिक्षण व्यवस्था शून्य मिली। प्रभारी प्रधानाध्यापक सुशील कुमार व सहायक अध्यापिका प्राची गुप्ता की विद्यालय में अनुपस्थिति और विभागीय कार्यों में लापरवाही पाई गई। प्राथमिक विद्यालय दसियां में सहायक अध्यापक सरिता सिंह व दुष्यंत सिंह यादव गैरहाजिर मिले। इसको लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक पुष्पेंद्र कुमार कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दे सके। पंजीकृत 181 में दस छात्र उपस्थित थे, लेकिन तीन दिनों में एमडीएम पंजिका में छात्र संख्या 140 से 145 तक मिली। शिक्षण व्यवस्था शून्य थी। इन दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों का वेतन रोकने के साथ ही कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
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